विधायक पविंद्र डेका ने अगप से दिया इस्तीफा

गुवाहाटी । एक्शन इंडिया न्यूज़
असम गण परिषद (अगप) पर विभिन्न तरह के आरोप लगाते हुए पाटाचारकुची के विधायक पविंद्र ने अपनी पार्टी अगप को छोड़ने का मंगलवार को ऐलान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अगप अपनी क्षेत्रीयतावादी चरित्र को छोड़कर प्राइवेट कंपनी बन गयी है।
डेका ने आज संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह अगप पार्टी छोड़ने का ऐलान कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अगप अपने क्षेत्रीयतावादी चरित्र को छोड़कर प्राइवेट कंपनी बन गयी है। वह नागरिकता संशोधन कानून के संसद से पारित होने के पहले से ही पार्टी के निर्णयों का विरोध करते आ रहे थे। उन्होंने कहा कि अगप के राज्यसभा सांसद द्वारा संसद में नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में वोट देना पार्टी के आदर्शों के साथ समझौता था। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अतुल बोरा, केशव महंत और फणीभूषण चौधरी जो निर्देश व नीति बनाते हैं, उसी को मानकर सभी को चलना होता है।
उन्होंने कहा कि वह अपने विधानसभा क्षेत्र के लोगों से विचार-विमर्श कर वे विधायक पद को छोड़ेंगे। साथ ही नव गठित पार्टी असम जातीय परिषद (एजेपी) के साथ बातचीत होने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि अगले एक-दो दिनों में वे राज्यवासियों को अपने निर्णय से अवगत कराएंगे। उन्होंने दावा किया कि अगर और तीन वरिष्ठ विधायक पार्टी को छोड़ने वाले हैं।
सूत्रों ने दावा किया है कि नव गठित पार्टी एजेपी का 15 दिसम्बर से शिवसागर जिला शहर में आरंभ दो दिवसीय पहले अधिवेशन में आसू के नेता लुरिन ज्योति गोगोई के साथ ही पविंद्र डेका भी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि डेका पिछले काफी समय से पार्टी से बेहद नाराज चल रहे थे। वे पार्टी लाइन से हटकर लगातार बयानबाजी करते रहे। विधानसभा के अंदर भी पार्टी के उलट बयान देते रहे हैं।नागरिकता संशोधन विधेयक का लगातार विरोध करने के कारण पार्टी के अंदर पविंद्र डेका अकेले पड़ गये थे।