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नववर्ष पर 11.5 लाख भक्तों ने किए महाकाल के दर्शन, साथ ले गए 150 क्विंटल लड्डू प्रसादी, कमाई इतनी?

उज्जैन

 मध्य प्रदेश के उज्जैन से अनोखी खबर है. यहां नए साल पर देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आए थे. ये भक्त अपने साथ भारी मात्रा में बाबा का प्रसाद भी लेकर गए हैं. महाकालेश्वर मंदिर समिति ने बताया कि 31 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच श्रद्धालु महाकाल मंदिर से 150 किवंटल से अधिक के लड्डू प्रसादी अपने साथ ले गए. इसी दौरान 11 लाख 50 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान महाकाल के दर्शन किए. श्रद्धालु अपने लिए और रिश्तेदारों के लिए इतनी बड़ी मात्रा में ये प्रसाद ले गए हैं. महाकाल मंदिर का प्रसिद्ध लड्डू शुद्ध घी और मेवे से तैयार किया जाता है.

श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या का अंदाजा मंदिर समिति को पहले ही लग गया था. इसलिए उस दिन 200 किवंटल लड्डू प्रसादी बनाई गई थी. इसी दिन महाकाल प्रबंधन समिति को 60 लाख रुपये से ज्यादा की आय हुई. मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर में रोज करीब ढाई लाख श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करने आते हैं. ऐसे में आम से लेकर खास, सभी महाकाल का प्रसाद ले जाना नहीं भूलते. समिति के मुताबिक, आम दिनों में 50 किवंटल लड्डू आराम से बिक जाते हैं. यहां प्रसाद के लिए अलग-अलग वजन के पैकेट तैयार किए जाते हैं. इनमें 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और 1 किलो का पैकेट तैयार किया जाता है. 1 किलोग्राम लड्डू का मूल्य यहां 400 रुपये है.

भक्त ने चढ़ाया चांदी का मुकुट
बता दें, महाकाल के कई भक्त अनोखे हैं. इसी तरह के यूपी के एक भक्त ने बाबा महाकाल को चांदी का मुकुट चढ़ाया. चित्रकूट के अमित द्विवेदी ने हाल ही में महाकाल को एक चांदी का मुकुट, दो चांदी के कुंडल और 1 बड़ा चम्मच अर्पित किया. इसका कुल वजन 2,120 ग्राम है. इस मुकुट की कीमत करीब 2 लाख रुपये तक की बताई जा रही है. मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि श्री महाकालेश्वर मंदिर की सभी व्यवस्थाएं दान के माध्यम से ही संचालित होती हैं. श्री महाकालेश्‍वर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित नि:शुल्‍क अन्‍नक्षेत्र , गौशाला, चिकित्‍सा आदि में भी अपनी श्रद्धानुसार दान भी करते हैं, जिसका जैसा भाव रहता है, वह यहां आकर दान करता है.

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