राष्ट्रीय

118 ट्रेनें रद्द, तबाही मचाने आ रहा चक्रवात, जानें लोगों के लिए अडवाइजरी

चेन्नै

बंगाल की खाड़ी में बना दबाव क्षेत्र शनिवार को गहन दबाव क्षेत्र में बदल गया। सोमवार को आंध्र प्रदेश तट को पार करने से पहले नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच इसके चक्रवात बनने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस प्रभाव के कारण सोमवार और मंगलवार को ओडिशा में भारी बारिश का अनुमान जताया है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के बाद आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक, 5 दिसंबर को चक्रवात मिचौंग आंध्र प्रदेश के तट से टकराएगा जिस वजह से तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होने की संभावना है। मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने को कहा गया है।

असल में चक्रवात के पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने, आज निम्न वायु दाब के गहरे क्षेत्र में और बंगाल की खाड़ी के ऊपर 3 दिसंबर के आसपास चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। आगे, यह उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ेगा और दक्षिण आंध्र प्रदेश एवं उत्तर तमिलनाडु तट के निकट 4 दिसंबर को पहुंचेगा। इसके बाद, यह 5 दिसंबर को नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच चक्रवाती तूफान में तब्दील हो जाएगा और हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे होगी। तूफान की वजह से तमिलनाडु में भारी बारिश की आशंका है।

 

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद, मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और स्थानीय निकाय के सदस्यों को संबंधित इलाकों में लोगों की मदद करनी चाहिए।

लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द

मुख्य सचिव शिव दास मीणा ने यहां वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एहतियाती उपायों की समीक्षा की। दक्षिण मध्य रेलवे ने चक्रवात ‘मिचौंग’ के कारण 3 से 7 दिसंबर तक लंबी दूरी की 118 ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की। आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा कि यह चक्रवात 4 दिसंबर की सुबह तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तटों के पास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पहुंच जाएगा।

जानें कितनी रफ्तार से चलेंगी हवाएं?

आईएमडी ने कहा कि उसके बाद वह उत्तर की ओर बढ़ेगा तथा दक्षिण आंध्रप्रदेश के तट के समानांतर आगे बढ़ते हुए मंगलवार को पूर्वाह्न नेल्लोर एवं मचिलीपट्णम के बीच दक्षिण आंधप्रदेश तट को पार करेगा। इस चक्रवाती गतिविधि के कारण 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से हवा बह सकती है।

तमिलनाडु के इन इलाकों में अलर्ट

यहां क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप निदेशक एस बालचंद्रन के अनुसार पुडुकोट्टाई, तंजावुर, तिरूवरूर, नागपट्टिनम, तिरूवल्लूर, चेन्नई, कांचीपुरम, रानीपेट, चेंगालपट्टू, विल्लुपरम और कुड्डालोर जिलों में भारी से बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है। दो दिसंबर रात से चार दिसंबर तक दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा बह सकती है।
 

चक्रवात मिचौंग के बारे में जरूरी बातें

– 18 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़कर एक गहन दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया है दबाव क्षेत्र।
– 5 बजे शनिवार सुबह यह साढ़े पुडुचेरी से लगभग 500 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, चेन्नै से 510 किलोमीटर पूर्व-दक्षिण पूर्व, नेल्लोर से 630 किलोमीटर दक्षिण पूर्व और मछलीपट्टनम से 710 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित था।

– 24 घंटे में इस मौसमी प्रणाली के पश्चिम-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान है।
– 4 दिसंबर तक दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु के तटों से होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंच जाएगा।
– 5 दिसंबर को यह दबाव एक चक्रवाती तूफान बनकर नेल्लोर व मछलीपट्टनम के बीच से गुजरेगा।
– 80-90 किमी प्रति घंटे की गति से इस दौरान हवा चलने का अनुमान है, जो 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
– यह मौसमी प्रणाली चक्रवात में तब्दील हो जाती है, तो इसे 'मिचांग' कहा जाएगा। यह म्यांमार द्वारा सुझाया गया नाम है।
– 4 और 5 दिसंबर को इसके प्रभाव के चलते ओडिशा में भारी बारिश होने का अनुमान है।
– 5 दिसंबर को तटीय जिलों गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर में 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है।
– सात तटीय जिलों बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्द और गंजम को बंगाल की खाड़ी में चक्रवात की आशंका के मद्देनजर सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।

– समुद्री स्थितियां खराब होंगी और मछुआरों को अगली सूचना तक गहरे समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

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