हरियाणा

पिपली के पूर्व सरपंच को गोली मारकर घायल करने के आरोप में 2 और काबू

टीम एक्शन इंडिया
खरखौदा/सोनीपत/सोमपाल सैनी
सोनीपत जिले की क्राईम युनिट गन्नौर की पुलिस टीम ने गाँव पिपली में गोली मारकर जानलेवा हमला करने की घटना में संलिप्त दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी नवीन व प्रवेश उर्फ टीनू निवासी गोपालपुर जिला सोनीपत के रहने वाले है ’ पुलिस पीआरओ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 30 जून को रामप्रकाश पुत्र ईश्वर सिहं निवासी गाँव पिपली जिला सोनीपत ने थाना खरखौदा में शिकायत दी थी कि मेरा छोटा भाई रामनिवास गाँव पिपली का पूर्व सरपंच है। हमारे गाँव में शहीद दलबीर सिहं के नाम से सरकारी कालेज है जिसके पास शराब का ठेका है।

हमारे ग्रामवासी व मौजूदा सरपंच इस ठेके का बच्चो की पढाई पर असर ना पडे इस बात को लेकर ठेके को कालेज से दुर करना चाहते है। इस बारे मौजुदा सरंपच व कालेज प्रिसिपंल ने सरकारी अधिकारियो को भी सुचित कर रखा है। जो कि 29 जून को समय करीब शाम साढ़े 7 बजे मेरा भाई रामनिवास अपने दोस्त सुर्या गाँव खेडा दिल्ली के आफिस जो सैदपुर रोड पर स्थित है जिस पर सुर्या प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है बैठा हुआ था।

वहाँ पर जितेन्द्र उर्फ धोला गाँव सिसाना, सुमित गाँव हलालपुर, सागर व अमित उर्फ छोटा गाँव राठधाना और इसके अलावा दो लडके और थे। जिनको मेरा भाई नही जानता जो मेरे भाई को कहने लगे हम यहाँ से ठेका नही हटाएगे। जितेन्द्र उर्फ धोला ने अपने भाई भुपेन्द्र को फोन मिलाकर स्पीकर खोलकर बात करने लगा और मेरे भाई रामनिवास को कहने लगा भूपेंद्र से बात कर। मेरे भाई ने कहा कि सारी बाते गाँव की पचांयत के सामने होगी। इतना कहने ही भुपेन्द्र ने अपने भाई जितेन्द्र से कहा इसको गोली मार दो।

जितेन्द्र ने भुपेन्द्र के कहने पर मुझे पीछे से पकड़ लिया व अमित उर्फ छोटा ने अपना पिस्तौल निकालकर मेरे भाई रामनिवास को दाहिनी तरफ पेट में गोली मार दी व सागर ने भी जान से मारने की नियत से अपने पिस्तौल से मेरे भाई के उपर 3 से 4 फायर किए जो मेरा भाई बाल- बाल बच गया। फिर जितेन्द्र बाहर निकल गया और अमित व सागर को बोला कि रामनिवास को जिंदा नही छोडना। फिर दोनो ने अपने हथियारो से मेरे भाई रामनिवास के सिर में कई वार बट से किए व लात घुसे भी मारे। टीनू गाँव गोपालपुर व भोलु गाँव गोपालपुर प्रॉपर्टी आॅफिस के बाहर व अन्य 14,15 लड़के हथियारो के साथ बाहर खडे थे कि कोई अन्दर न आ सके। वे सभी भी इस अपराधिक षडंयत्र में शामिल थे।

 

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