नूंह हिंसा के बाद लापता हुए 4 लोग रोहतक PGI में भर्ती, सभी की हालत गंभीर, 3 की नहीं हो पाई पहचान
रोहतक: हरियाणा के नूंह जिले में हिंसा के बाद कई जिलों में अभी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. हलांकि नूंह में हालात स्थिर बने हुए हैं. हिंसा में अभी तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है. इस दौरान पता चला है कि हिंसा के दौरान लापता हुए 4 लोग रोहतक पीजीआई में भर्ती हैं. सभी की हालत गंभीर बताई जा रही है. 4 में से एक की पहचान अभी तक हो पाई है, उनके परिजन पीजीआई पहुंच चुके हैं.
रोहतक पीजीआई में भर्ती तीन घायलों की पहचान अभी तक नहीं हुई. हिंसा में घायल हुए 17 वर्षीय किशोर के चाचा सिराजउद्दीन का कहना है कि उसका भतीजा बेवजह भीड़ का शिकार हो गया वो काम सीखने रोज की तरह जा रहा था. परिजनों का कहना है कि तलाश करने के बाद उन्हें पता चला कि रोहतक पीजीआई में कुछ लोग भर्ती हैं तो वो यहां आ गये. वहीं घायलों में से एक व्यक्ति अपने नाम के अलावा कुछ भी नहीं बता पा रहा है.
नूंह में 31 जुलाई को उस समय हिंसा फैल गई थी जब ब्रज मंडल की शोभा यात्रा में पथराव शुरू हो गया. इस दौरान कई लोग लापता हो गये थे. 31 जुलाई को हिंसा के दौरान लापता हुए 4 चार लोग रोहतक पीजीआई में भर्ती हुए हैं. जिनमें से एक को छोड़कर तीन की पहचान नहीं हो पाई है. सभी घायल गंभीर हालत में हैं. सभी लोग हिंसा के समय मौके पर मौजूद थे. कुछ तलाश करते हुए रोहतक पीजीआई पहुंचे तो एक 17 वर्षीय किशोर की पहचान हो पाई.
17 वर्षीय घायल हुए किशोर के चाचा सिराजुद्दीन ने बताया कि उनका इस हिंसा से कुछ भी लेना देना नहीं है. उनका 17 वर्षीय भतीजा स्कूल में पढ़ता है और लैब पर काम सीखता है. हर रोज की तरह 31 जुलाई को भी लैब पर काम सीखने के लिए गया था. लेकिन लैब बंद होने के कारण घर आ रहा था और हिंसा का शिकार हो गया. सिराजुद्दीन ने यह भी बताया कि मेवात में जो यह हिंसा हुई है वह पूरी तरह से गलत है. इसके अलावा घायल नसरुद्दीन अपने नाम के अलावा कुछ भी नहीं बता पा रहा है.