विपक्षी पार्टी की बैठक में हिस्सा लेने के लिए बेंगलुरु पहुंचे विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं के स्वागत के लिए वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को तैनात करने को लेकर कर्नाटक की कांग्रेस सरकार जद (एस) की आलोचना का शिकार हो गई है। नेताओं के स्वागत के लिए भेजे गए अधिकारियों की सूची को ट्वीट करते हुए जद (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के गौरव, विरासत और आत्मसम्मान का अंतिम संस्कार करने के लिए सरकार की आलोचना की। उन्होंने मंगलवार को कहा कि दूसरे राज्यों से आने वाले नेताओं के स्वागत के लिए आईएएस अधिकारियों को भेजना गलत है।
उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्य सचिव से प्रतिक्रिया की मांग करते हुए कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक नेताओं के स्वागत के लिए अधिकारियों को तैनात करना सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के अहंकार को दर्शाता है। यह आईएएस सेवा नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। मैं हैरान हूं कि अधिकारी यह जानने के बाद भी ऐसा करने पर सहमत हुए कि नेताओं के स्वागत के लिए सहमत होने से उनकी गरिमा को ठेस पहुंचेगी।
कुमारस्वामी द्वारा साझा की गई कथित सूची में अंबू कुमार, केपी मोहन राज, वी पोन्नुराज, सी शिखा, एमटी रेजू, डॉ त्रिलोक चंद्र केवी और विशाल आर सहित कई प्रमुख आईएएस अधिकारियों के नाम हैं। यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है, न ही नई सरकार का शपथ ग्रहण है। यह महज एक राजनीतिक मुलाकात थी। इन नेताओं के स्वागत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को भेजना 6.5 करोड़ कन्नड़ लोगों का अपमान है और एक बड़ी त्रासदी है।
कुमारस्वामी द्वारा साझा की गई कथित सूची में अंबू कुमार, केपी मोहन राज, वी पोन्नुराज, सी शिखा, एमटी रेजू, डॉ त्रिलोक चंद्र केवी और विशाल आर सहित कई प्रमुख आईएएस अधिकारियों के नाम हैं। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि पूंजीवाद में विश्वास करने वाली कांग्रेस ने राज्य में आईएएस बंधुआ मजदूरी शुरू की है और राजनीतिक, प्रशासनिक उपनिवेशवाद” का एक नया रूप शुरू किया है।