सुभाष रामलीला: धूमधाम से निकली भगवान राम की बारात, भक्तों ने किया स्वागत
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: सुभाष रामलीला ड्रामेटिक क्लब के तत्वाधान में नरेला के रामलीला ग्राउंड में हो रही 77वीं ऐतिहासिक रामलीला व भव्य दशहरा महोत्सव में हजारों की संख्या में रामभक्त दूर दराज के क्षेत्र से पहुंचकर भव्य रामलीला का आनंद ले रहे हैं। बीते 3 दिनों से आयोजित हो रही रामलीला के चौथे दिन कैकई मंथरा संवाद, कैकई दशरथ संवाद, राम वनवास का मंचन किया गया।
जिसमें कलाकारों के अभिनय को दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं राम को 14 वर्ष के लिए वनवास भेजने का कैकई का दशरथ से वर मांगने के दृश्य को देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए। वहीं गाजे बाजे के साथ धूमधाम से निकली राम बारात का कई जगहों पर श्रद्धालुओं ने भव्य स्वागत करते हुए पुष्प वर्षा की।
भव्य रामलीला के चौथे दिन का शुभारंभ खेमो देवी पब्लिक स्कूल के चेयरमैन सूरजमल खत्री, पूर्व निगम पार्षद सविता नरेश खत्री, जिला उपाध्यक्ष उत्तर पश्चिम भाजपा ललित खत्री ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान उन्होंने भगवान राम के आदर्शो पर चलने का आवाहन करते हुए सुभाष रामलीला ड्रामेटिक क्लब के पदाधिकारियों को भव्य रामलीला के आयोजन पर बधाई दी। मुख्य अतिथि,अति विशिष्ट अतिथियों का स्वागत अभिनंदन सुभाष रामलीला ड्रामेटिक क्लब के पदाधिकारियों ने पटका पहनाकर प्रतीक चिन्ह देकर किया।
धूमधाम से निकली राम बारात जगह-जगह बारात पर हुई पुष्प वर्षा: महिलाओं ने अपने घरों के सामने भगवान स्वरुपो की आरती उतारी। भगवान श्रीराम की बारात जब बैंड बाजों, ढोल नगाडो के साथ निकली, तो उनका जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर जय श्री राम के जयकारे लगाए।
राम बारात का शुभारंभ प्रसिद्ध समाजसेवी राहुल पुरी ने किया। राम बारात में मयार्दा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम अपने भाइयों के साथ घोड़ी पर सवार होकर निकले। राम बारात पंजाबी कॉलोनी, मंगला चौक, मेन बाजार पाना मामूरपुर होते हुए रामलीला ग्राउंड पहुंची। लोग भगवान राम की एक झलक पाने के लिए मार्ग में पड़ने वाले मकानों की छतों पर डटे रहे। राम बरात में साथ चल रहे श्रद्धालुओं ने धार्मिक गीतों पर नृत्य किया। वहीं महिलाओं ने अपने घरों के सामने भगवान स्वरूपों की आरती उतारी। इस दौरान पूरा नरेला क्षेत्र राममय नजर आया।
कैकई ने राम के लिए मांगा वनवास, भरत को सिंहासन: अयोध्या में खुशी का वातावरण था। भगवान श्री राम के राजतिलक की तैयारी जोर शोर से चल रही थी। यह जानकारी केकई की दासी मंथरा को मिली तो उसने अपनी चिकनी चुपड़ी बातों से राज महल में कैकई को भड़का दिया। कैकई ने राजा दशरथ से दो वचन भरत को राजतिलक तथा श्री राम को 14 वर्ष का वनवास मांग लिया। राजा दशरथ को वचन पूरा करना पड़ा और वह मूर्छित हो गए।
इस मौके पर सुभाष रामलीला के संरक्षक मोहन पूरी, संरक्षक लोकेश गर्ग, प्रधान विष्णु भारद्वाज, महासचिव संदीप मंगला, उपप्रधान धर्मपाल वर्मा, उप प्रधान मोहित गुप्ता, निर्देशक संजय बंसल, कोषाध्यक्ष जयपाल रोहिला, विशेष सलाहकार भारत भूषण शर्मा, मंच संचालक सुरेश गुप्ता, संगठन सचिव सचिन कौशिक, सह सचिव संदीप, सह सचिव निपुण गुप्ता, सह सचिव अनिल कुमार गर्ग, लेखा जांचकर्ता शुभम रोहिल्ला,लेखा जांचकर्ता नितिन कपूर, उद्घोषक अनिरुद्ध त्यागी, सी.ए. अतुल गुप्ता, स्टोर किपर जयदीप खत्री,स्टोर किपर जितेन्द्र पालीवाल, अग्नि प्रभारी संजय धनकड़, गार्ड निरक्षक राकेश कुमार, कार्यकारिणिकारी सदस्य ओमदत शर्मा, पंकज शर्मा, दीपक खत्री, मोहित गौतम, मोहित पंचाल, नितेश, इन्द्र शर्मा, धीरज पालीवाल, सुशील खत्री, चरण सिंह, पवन वर्मा, यश स्वामी, रणजीत सिंह, संदीप धनखड़, जोगिंदर भौरिया सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे।