डीसी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा
अम्बाला (मनीष कुमार)
पंजाबी बिरादरी विकास सभा व खत्री समाज के लोगों ने खत्री अरोड़ा (पंजाबी भाषी) हिन्दू समाज को जातिय जनगणना के दौरान हर राज्य में जनगणना के रजिस्टर में इस समाज की जाति खत्री और भाषा पंजाबी अंकित करवाने की मांग को लेकर डीसी अंबाला के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि वर्ष 1947 में बंटवारे के दौरान लाखों लोगों को घर से बेघर होकर पश्चिमी पंजाब (वर्तमान पाकिस्तान) में अपना सब कुछ छोड़ कर हिंदुस्तान के इस पूर्वी पंजाब व देश के अन्य हिस्सों में विस्थापित होकर आना पड़ा था। खत्री अरोड़ा (पंजाबी भाषी) समाज के सब लोग महाराज श्री अरुट जी के वंशज हैं, ये सब एक ही खत्री समुदाय के लोग हैं, हमारी जाति खत्री और भाषा पंजाबी है,
परन्तु पिछले 75 वर्षों में किसी भी सरकार ने हमारे इस खत्री अरोडा (पंजाबी भाषी) समाज की भलाई के लिए कोई काम नहीं किया है, इस समाज के लोगों के पास कुछ ना होते हुए भी इस समाज को कोई आरक्षण भी नहीं दिया गया है और ना ही इस समाज की कभी कोई मदद दी गई है, बल्कि भेदभाव किया जाता है।
कांग्रेस राज में 2011 में जातीय आधार पर की जनगणना के दौरान हमारे खत्री अरोड़ा (पंजाबी) समाज की आबादी पूरे हरियाणा प्रदेश में केवल 8 प्रतिशत दिखाई गई, ताकि यह समाज लोकसभा और विधानसभा की ज्यादा टिकटें और दूसरे अधिकार ना मांग सकें,
यह हमारे पूरे समाज के साथ अन्याय किया गया है। ज्ञापन में कहा गया कि इस समाज को एकजुट करके मजबूत बनाने के लिए जातिय आधार पर होने वाली जनगणना के रजिस्टर में हमारी जाति के लिये जाति खत्री और भाषा पंजाबी का एक कालम बनवाया जावे ताकि हमारे समाज के लोग खत्री, अरोड़ा, पंजाबी या अपनी गोत्र लिखवाने की बजाए अपनी जाति खत्री और अपनी भाषा पंजाबी लिखवा कर अपने पूरे समाज की जनसंख्या के आंकड़े एक ही जगह इकट्ठे हो सके। इस मौके पर संदीप सचदेवा एडवोकेट, राजकुमार मेहंदीरत्ता ,विक्रम आनंद ,कवल थापर ,डिंपल मलिक ,हरि नारायण चावला, पवन चुघ ,अरविंद सीकरी, पुनीत गुलाटी, अभिषेक ,राजेश लूथरा, अशोक कक्कड़, सतीश कालड़ा,अशोक भूटानी, संजीव मेंदीरत्ता, राकेश खन्ना, हैप्पी थरेजा, प्रेमनाथ कुमार, रवि बिग, सोनू आनंद, कवल आहूजा ,राजू चावला ,राकेश लूथरा, अमित छावड़ा,अतुल आहूजा ,रोहित सभरवाल, मोहित सूरमा,भारत भूषण गेरा, सौरभ जोली, आशु कक्कड़ ,अरुण मेंदीरत्ता, अश्विनी ढींगरा, कमल अहूजा इन्द्र जीत कक्कड़ व भारी संख्या में पंजाबी समाज के कर्णधार उपस्थित रहे!!