गुरुग्राम: खांडसा रोड पर जाम, बड़ा बाजार में पार्किंग समस्या का निकाला जाए समाधान
- -भाजपा नेता नवीन गोयल ने डीसीपी यातायात से की मुलाकात
- -खांडसा रोड पर यातायात पुलिस (Police)कर्मियों की ड्यूटी लगाने की करी मांग
- -बाजार क्षेत्र से वाहनों को ना उठाने को लेकर भी नवीन गोयल ने जताई चिंता
गुरुग्राम: पर्यावरण संरक्षण विभाग भाजपा हरियाणा प्रमुख नवीन गोयल ने गुरुग्राम के दो स्थानों खांडसा रोड व बड़ा बाजार की यातायात संबंधी समस्याओं को लेकर डीसीपी यातायात से मुलाकात की. उन्होंने दोनों जगहों की समस्याओं को लिखित व मौखिक रूप से बताकर इनके निराकरण का अनुरोध किया. नवीन गोयल ने डीसीपी यातायात के समक्ष कहा कि गुरुग्राम के खांडसा रोड पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है. यहां मंडी होने के चलते और अधिक परेशानी होती है.
खांडसा रोड पर चार मुख्य एसडी स्कूल, राजनगर चौक, एचडीएफसी चौक व नगर चौक आते हैं. जहां से सबसे अधिक जाम लगता है. इस मार्ग से सबसे ज्यादा स्कूल बस की आवाजाही होती है. इन स्थानों से जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने को यहां पर यातायात पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए. इस अवसर पर उनके साथ होलसेल व्यापार मंडल के महासचिव विजय गर्ग, अजय अग्रवाल, अजय गोयल हरे रामा हरे कृष्णा, नरेश गोयल नेता जी, रोहित राघव, महेश सारवान, नानक चंद, यशपाल वासन, सुरेंद्र वासन, मनोज गोयल, दीपक सिंहल, अनिल गोयल, इंद्र कुमार हंस नंबरदार, बलराज हंस, गुलशन वासन, अंकित अग्रवाल, राहुल मक्कड़, अशोक कालड़ा व अन्य लोग उपस्थित रहे.
बड़ा बाजार क्षेत्र में वाहनों के लिए हो पार्किंग की व्यवस्था
नवीन गोयल ने शहर के सबसे पुराने बड़ा बाजार क्षेत्र में सड़क किनारे खड़े वाहनों को पुलिस (Police) की क्रेन से उठा लेने के मामले में भी डीसीपी यातायात को पत्र सौंपा. नवीन गोयल ने कहा है कि गुरुग्राम (Gurugram)का सबसे पुराना बड़ा बाजार है, जहां पर सबसे अधिक व्यापारी हैं. यहां पर खरीदारी करने के लिए लोग अपनी गाड़ी या बाइक से आते हैं. यहां पर पार्किंग के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं होने के कारण लोग सड़क किनारे अपने वाहनों को खड़ा करने के लिए विवश हैं. इन वाहनों को यातायात पुलिस (Police) द्वारा कुछ ही देर में क्रेन से उठा लिया जाता है. जब खरीदार वाहन छुड़ाने जाता है तो उसे जुर्माना देना पड़ता है. डीसीपी यातायात से नवीन गोयल ने कहा कि बाजार की सड़क पर या तो पार्किंग निषेध के बोर्ड लगाए जाएं. पार्किंग के लिए उचित स्थान उपलब्ध कराया जाए या फिर यातायात पुलिस (Police) कर्मियों के द्वारा वाहनों को उठाए जाने से कुछ राहत प्रदान की जाए.