नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को यहां मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक राजधानी स्थित प्रगति मैदान में नवनिर्मित सम्मेलन कक्ष में हुई। सूत्रों के मुताबिक बैठक में 2024 के आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा की गई। इस साल केंद्रीय मंत्रिपरिषद की यह दूसरी बैठक है। प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसी ही एक बैठक जनवरी में आम बजट पेश होने से पहले की थी।
प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ष 2021 में आखिरी बार अपनी मंत्रिपरिषद में फेरबदल और विस्तार किया था। इसके बाद उन्होंने कुछ एक मौकों पर कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव किया था। वर्ष 2021 के मंत्रिपरिषद फेरबदल और विस्तार में मोदी ने 36 नए चेहरों को जगह दी थी, जबकि 12 तत्कालीन मंत्रियों की पद से छुट्टी कर दी थी।
जिन मंत्रियों की छुट्टी की गई थी उनमें डी वी सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष गंगवार, बाबुल सुप्रियो, हर्षवर्धन प्रमुख थे। इस मंत्रिपरिषद विस्तार में मोदी ने अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया और भूपेंद्र यादव जैसे नेताओं को शामिल किया था जबकि अनुराग ठाकुर, किरेन रीजीजू और मनसुख मांडविया को पदोन्नत किया था।
सूत्रों का कहना है कि आगामी चुनावों के मद्देनजर इस बार के मंत्रिपरिषद विस्तार में सरकार और संगठन के बीच तालमेल बिठाने के प्रयास के तहत कुछ केबिनेट मंत्रियों को संगठन में जगह दी सकती है और संगठन के कुछ प्रमुख चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है। इस सिलसिले में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने कई दौर की बैठक की है।
इन बैठकों में मुख्य रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और भाजपा के संगठन महामंत्री बी एल संतोष शामिल रहे हैं। इन तीनों नेताओं ने गत 28 जून को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी। इन बैठकों व मुलाकातों के बाद मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलों को बल मिला है।