
टीमलीज रेगटेक कर रही है राष्ट्रीय ओपन कंप्लायंस ग्रिड की तैयारी
नई दिल्ली। टीमलीज़ सर्विसेज की अनुषंगी कंपनी टीमलीज रेगटेक ने डिजिटल इंडिया में कैशलेस, पेपरलेस और उपस्थिति-रहित (प्रजेंस-लेस) अनुपालन की दिशा में एक राष्ट्रीय ओपन कंप्लायंस ग्रिड की परिकल्पना की है। टीमलीज रेगटेक के निदेशक संदीप अग्रवाल ने आज यहां कहा कि उनकी कंपनी प्रमुख नियामक टेक्नोलॉजी कंपनी है जो अनुपालन में बदलाव ला रही है। इसके समाधानों से कॉर्पोरेट भारत को रियल-टाइम वातावरण के साथ क़ानून के सही पक्ष में खड़े होने में मदद मिलती है।
1500 कंपनियाँ इस पर भरोसा करती हैं और 45 प्रकार के उद्योगों में 25,000 उपक्रम इसके यूजर हैं। यह क्लाउड-आधारित, मल्टी-टेनंट, वेब और मोबाइल अनुपालन एसएएएस समाधान मुहैया करती है जो सभी अनुपालनों पर नजर रखता है और अब इसके पास श्रमिक तथा लिपिकीय अनुपालन के स्वचालन हेतु उन्नत टेक्नॉलॉजी है।
उन्होंने कहा कि टीमलीज़ रेगटेक के उत्पादों से संगठनों को क़ानून के सही पक्ष में खड़े रहने में मदद मिलती है। उत्पादों की पेशकश को दो मुख्य वर्गों ट्रैक और ऑटोमेट में वर्गीकृत किया गया है। ट्रैक में एवाकॉम प्रमुख उत्पाद है जो नियोक्ता के अनुपालनों के सम्पूर्ण जीवन-चक्र को ट्रैक और मैनेज करने में सहायक है।
इस एसएएएस उत्पाद से यूजरों को भूमिका -आधारित ऐक्सेस, ऑटोमेटेड कार्यप्रवाह, और एक एकीकृत डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम के साथ उनके अनुपालन की स्थिति की रियल-टाइम दृश्यता प्राप्त होती है। आपको अपने ईमेल, वेब और मोबाइल प्लेटफॉर्म्स पर ऑटोमेटेड अलर्ट, रिमाइंडर, नोटिफिकेशन, एस्कलेशन और कानूनी अपडेट भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि कान्ट्रैक्टर कंप्लायंस मैनेजमेंट मॉड्यूल कॉर्पोरेट संगठनों को उनके ठेकेदारों से सम्बंधित अनुपालनों के प्रभावकारी प्रबंधन को सुविधाजनक बनाने की डिजिटल प्रक्रिया तैयार करने में मदद करता है। यह प्लेटफॉर्म प्रधान नियोक्ता और ठेकेदारों को एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ता है जिससे उन्हें ठेकेदार में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए ऑटोमेटेड कार्यप्रवाह में आसानी होती है।