हिमाचल दौरे पर केंद्रीय टीम, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का करेगी दौरा, 21 जुलाई को बड़ी बैठक
शिमला: हिमाचल में इस बार मानसून आफत बनकर आई है. लगातार हो रही बारिश और प्रलयकारी बाढ़ ने देवभूमि को गहरे जख्म दिए हैं. इस आपदा में कई लोगों की जान चल गई. वहीं, इस प्राकृतिक आपदा से प्रदेश को करीब 4691 करोड़ का नुकसान हुआ है. आपदा के बाद हर ओर तबाही का मंजर है. वहीं, हिमाचल आपदा पर पीएम मोदी भी नजर बनाए हुए हैं. आज केंद्र से टीम हिमाचल पहुंचेगी, जो राज्य में अलग-अलग बाढ़ प्रभावितों का दौरा करेगी. साथ ही इस डिजास्टर से हिमाचल को हुए नुकसान का आकलन करेगी.
आज केंद्रीय टीम पहुंचेगी हिमाचल: आपदा के बाद हालातों का जायजा लेने के लिए आज केंद्रीय टीम हिमाचल पहुंचेगी. ये सभी टीमें 3 दिनों तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा करेगी. इस आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान कुल्लू, मंडी, सोलन, चंबा और किन्नौर जिले में हुई है. एक टीम बिलासपुर से कुल्लू के बीच हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद उसका आकलन करेगी. वहीं, दूसरी टीम सोलन से किन्नौर तक हुए नुकसान का आकलन करेगी.
केंद्रीय टीम करेगी सरकार के साथ बैठक: हिमाचल सरकार ने केंद्रीय टीम के साथ नोडल ऑफिसर के तौर पर राजस्व विभाग के संयुक्त सचिव की ड्यूटी लगाई है. आज बुधवार से लेकर शुक्रवार तक केंद्रीय टीम राज्य में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के बाद नुकसान का आकलन करेगी. जिसके बाद 21 जुलाई को केंद्रीय टीम हिमाचल सरकार के साथ एक बैठक में इन विषयों पर चर्चा करेगी. इसके बाद ये टीम देर शाम शिमला में राज्य अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. जिसके बाद केंद्रीय टीम केंद्र सरकार को अपना रिपोर्ट सौंपेगी. जिससे हिमाचल को आर्थिक सहायता मिलने की प्रक्रिया में तेजी आएगी.
केंद्रीय टीम का तीन दिवसयी दौरा: राजस्व विभाग के अनुसार केंद्रीय टीम 19 और 20 जुलाई को आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी. केंद्रीय टीम पहले चंडीगढ़ से बिलासपुर पहुंचेगी, फिस यहां से मंडी और कुल्लू से होकर लाहौल-स्पीति जाएगी. एक अन्य टीम चंडीगढ़ से सोलन आएगी और फिर शिमला होकर जिला किन्नौर में नुकसान का आकलन करेगी. 21 जुलाई को टीम शिमला में हिमाचल सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. मीटिंग में राज्य सरकार के मुख्य सचिव भी शामिल होंगे. आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसर एक प्रेजेंटेशन भी केंद्रीय टीम के समक्ष प्रस्तुत करेंगे. हिमाचल सरकार ने अब तक मानसून सीजन में भारी बारिश से हुए नुकसान का आकलन ₹4635 करोड़ रुपए बताया है.
सीएम सुक्खू ने अधिकारियों को निर्देश: केंद्रीय टीम के प्रस्तावित दौरे को देखते हुए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अफसरों के साथ मीटिंग की. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों जरूरी निर्देश दिए हैं. उन्होंने केंद्रीय टीम के सामने अफसरों को राज्य का पक्ष प्रभावी तरीके से रखने को कहा है. ताकि केंद्र से हिमाचल को बड़ी राहत मिल सके.
CM ने बताया ₹8 हजार करोड़ का नुकसान: राज्य में आई प्रलयकारी बाढ़ से हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान हुआ है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और नितिन गडकरी को राज्य के हालात से अवगत कराया है. साथ ही उन्होंने आपदा की इस घड़ी में केंद्र से सहयोग की मांग की है. सीएम सुक्खू का कहना है कि इस आपदा से राज्य को 8 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. राज्य में बाढ़ से प्रभावित सड़कें, पेयजल और बिजली आपूर्ति की टेंपररी व्यवस्था की गई है. अभी राज्य में जनजीवन पूरी तरह से पटरी पर लाने में कम से कम 1 साल का वक्त लगेगा.
आपदा से हिमाचल को ₹4691 करोड़ का नुकसान: लगातार तीन दिनों तक हुई भारी से ब्यास नदी और नदी नाले सहित खड्डों ने भयावह रूप ले लिया. जिसकी वजह से कुल्लू, मंडी व सोलन जिला में भारी नुकसान का हुआ. वहीं, प्रदेश भर में पेयजल परियोजना, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई और बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. मनाली हाईवे और चंडीगढ़-मनाली हाईवे सहति राज्य की सैंकड़ों सड़कों को भारी नुकसान पहुंचा है. राज्य में अबतक 4691 करोड़ का नुकसान आकलन किया गया है.