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राजभवन के सामने महिला की डिलीवरी, नवजात की मौत, देरी से पहुंची एंबुलेंस, डिप्टी सीएम ने दिए जांच के आदेश

लखनऊ :सालाना हजारों करोड़ रुपये स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च हो रहे हैं, लेकिन राजधानी के लोगों को भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. एंबुलेंस न मिलने की वजह से परिवार के लोग रिक्शा से गर्भवती को अस्पताल ले जा रहे थे. इस दौरान राजभवन के गेट नंबर 15 के सामने महिला की पीड़ा बढ़ गई. इसके बाद परिवार के लोगों ने सड़क से गुजर रहे लोगों से मदद मांगी. कुछ महिलाओं ने पर्दा लगाकर डिलीवरी कराई. महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया. इसके बाद एक घंटे की देरी से पहुंची एंबुलेंस जच्चा-बच्चा को लेकर झलकारी बाई हॉस्पिटल पहुंची. यहां डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया. जिस जगह पर महिला की डिलीवरी हुई, वहां से कुछ ही दूरी पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का आवास भी है. डिप्टी सीएम ने मामले पर संज्ञान लिया है. उन्होंने अपनी पत्नी के साथ बैकुंठ धाम पहुंचकर नवजात के शव को दफन कराया. उन्होंने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.

फोन करने पर भी नहीं पहुंची एंबुलेंस :रविवार को राजधानी के मॉल एवेन्यू की रहने वाली गर्भवती रूपा को पीड़ा शुरू हो गई. परिजनों का आरोप है कि वे एंबुलेंस को लगातार फोन करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंची. इसकी वजह से रूपा को रिक्शे से ही अस्पताल ले जाया जा रहा था. राजभवन के पास पहुंचने पर उसकी पीड़ा बढ़ गई. वह तेज दर्द से कराहने लगी. परिजनों ने सड़क से गुजर रहे लोगों से मदद मांगी. इसके बाद राजभवन के गेट नंबर 15 के सामने ही प्रसव कराया गया. उसने एक बच्चे को जन्म दिया. करीब एक घंटे की देरी के बाद मौके पर एंबुलेंस पहुंची. इसके बाद जच्चा-बच्चा को झलकारी बाई हॉस्पिटल ले जाया गया. डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों के मुताबिक, बच्चे की मौत हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी. महिला की प्री मिच्योर डिलीवरी हुई.

पत्नी के साथ अस्तलाल पहुंचे डिप्टी सीएम :डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मामले की जानकारी मिली तो वह अपनी पत्नी के साथ झलकारी बाई अस्पताल पहुंचे. उन्होंने चिकित्सकों से मुलाकात की. डिप्टी सीएम महिला के पति को नवजात के शव के साथ अपनी गाड़ी में बैठाकर बैकुंठधाम ले गए. यहां उन्होंने नवजात के शव को दफन कराया. इस दौरान पैदा होते ही अपने बच्चे को खो चुका पिता फफक फफक कर रोया. डिप्टी सीएम ने परिजनों के मदद का आश्वासन दिया.

डिप्टी सीएम बोले- लापरवाही हुई है तो होगी कार्रवाई :डिप्टी सीएम ने कहा कि, महिला के पेट में दर्द हुआ था. पति अपनी पत्नी को लेकर सिविल अस्पताल आया था. यहां इंजेक्शन लगवा कर वे घर चले गए थे. इसके बाद दोबारा दर्द होने पर उसे लेकर झलकारी बाई अस्पताल जा रहे थे. महिला पांच माह की गर्भवती थी. अभी उसकी डिलीवरी का समय नहीं आया था. हालांकि जब परिजन उसे लेकर अस्पताल जा रहे थे तो उसकी हालत ज्यादा बिगड़ गई. सड़क पर ही उसका प्रसव करा दिया गया. नवजात को नहीं बचाया जा सका. ब्रजेश पाठक ने कहा कि एंबुलेंस देर से पहुंचने की बात सामने आई है. प्रमुख सचिव को इसकी जांच सौंपी गई है, रिपोर्ट में यदि किसी की भी लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

सपा नेता शिवपाल यादव ने व्यवस्था पर उठाए सवाल :सपा नेता शिवपाल यादव ने इस मामले के बाद ट्वीट पर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया. लिखा कि स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है. एम्बुलेंस न मिलने से गर्भवती को राज भवन के पास प्रसव के लिए मजबूर होना पड़ा.

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