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मवई में अतिथि शिक्षकों की बैठक, नियमित रोजगार न मिलने पर सरकार के खिलाफ नाराज़गी

अतिथि शिक्षक परिवार मवई की बैठक में लिया संकुलवार बैठक का फैसला नियमित रोजगार के लिए बार-बार आस्वासनों के बाद भी नियमित रोजगार नहीं दे पाने से सरकार पर जताया आक्रोश

 

 जबलपुर
 अतिथि शिक्षकों के नियमितीकरण के राह पर आड़े आने वाली बाधाओं को खत्म करके संगठन को मजबूत बनाने के मुख्य एजेंडे पर निर्णय लेने मवई विकासखंड के सभी संकुल केंद्रों में रविवार 28 सितंबर को अतिथि शिक्षकों की बैठकें लिए जाने प्रभारी नियुक्त करने मवई विकासखंड मुख्यालय में संगठन की आवश्यक बैठक रविवार 21 सितंबर को रखी गई।

     अतिथि शिक्षक परिवार मण्डला जिला अध्यक्ष पी डी खैरवार के दिशा-निर्देशानुसार संपन्न हुई बैठक में मुख्य एजेंडों पर चर्चा कर निर्णय लिया गया है, कि आगामी रविवार 28 सितंबर को विकासखंड के पांचों संकुल केंद्रों में अलग-अलग बैठकें रखी जाएंगी।जिनको संपन्न कराने संकुलवार बैठक प्रभारियों को जिम्मेदारी सौपी गई है। घुटास और दाढ़ी भानपुर संकुल की बैठक के लिए अजय मराठा,स़तोष बघेल और राजेंद्र पारस,भीमडोंगरी, मोतीलाल संकुल की बैठक के लिए इंद्रेश साकत,गनीराम धुर्वे,रिखी राम मार्को और मवई संकुल की बैठक के लिए सुखनंदन मरावी,प्रताप परस्ते, रोहित धुर्वे और मुकेश पंद्रे को प्रभारी नियुक्त किया गया है। सभी बैठकों में चर्चा के लिए एजेंडे भी तैयार किए गए हैं। सरकार पर आरोप भी लगाया गया गया कि 2008 से लगातार नियमित रोजगार की मांग करते आ रहे अतिथि शिक्षकों को सरकार झूठे आस्वासन के अलावा कुछ भी नहीं दे पा रही है।

विगत दो वर्ष पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित पंचायत में नियमित रोजगार से संबंधित अधिकारिक घोषणा तो कर दी पर मानदेय में वृद्धि के अलावा कुछ भी नहीं मिला।इसी तरह हाल ही के 16 सितंबर को अंबेडकर पार्क भोपाल में जुटे प्रदेश भर के अतिथि शिक्षकों को शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने नियमित रोजगार को लेकर जल्द ही नीति बनवाए जाने का आश्वासन मोबाइल कांफ्रेंस से देकर विदा कर दिया। अब तक अता पता नहीं।

इस तरह अतिथि शिक्षक अपने आपको बार-बार ठगे अनुभव करते जा रहे हैं। जिससे अतिथि शिक्षकों की उम्र भी अधिक हो चुकी है,और परिवार की माली हालत भी बिगड़ती चली जा रही है। अब ऐसी पुनरावृत्ति न हो,इसके लिए मवई विकासखंड के सभी अतिथि शिक्षक संगठित होकर अपनी मुख्य मांगों को लेकर जिला हो या प्रदेश स्तर के आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे।जिससे अतिथि शिक्षकों के नियमित रोजगार की मांग जल्द ही पूरी कर सके सरकार। बैठक में इंद्रेश साकत,रिखीराम मार्को, नरेंद्र झारिया,गनीराम धुर्वे, संतोष कुमार, सुखनंदन मरावी,त्रिवेणी चक्रवर्ती,अजय मराठा, मुकेश पंद्रे, रोहित धुर्वे, महेश धुर्वे,प्रताप सिंह, राजेन्द्र पारस, रामकुमार पटवा सहित बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक उपस्थित रहे।

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