करनाल में दिवाली पर दो जगह लगी आग
करनाल/टीम एक्शन इंडिया
करनाल में दीपावली पर दो जगहों पर आगजनी हुई, जिसमें एक गांव पंजोखरा की फैक्ट्री में रखा लाखों रुपए का सामान जल गया तो वहीं दूसरी और गांव कैमला में एक गरीब के घर में आग लग गई। गांव पंजोखरा में आग के कारण लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। इस फैक्ट्री में प्लास्टिक का दाना बनाया जाता था। रात को ही मौके पर पहुंचकर दमकल विभाग की तीन गाडियों ने आग पर काबू पाया। दोनों मामलों में अबतक शिकायत पुलिस को नहीं दी गई। फैक्ट्री के मालिक दिल्ली के बताए जा रहे है, जिन्हें आज आग की सूचना मिली। वह दिल्ली से करनाल आने के लिए रवाना हुए हैं।
कैमला गांव का महासिंह मजदूरी करके अपने परिवार का गुजारा करता है। पहले महा सिंह स्वस्थ था तो अच्छी तरह से काम कर रहा था, लेकिन अब वह बीमार चल रहा है और इस बीमारी के कारण ही उसके परिवार के हालात बिगड़ गए। अब उसकी पत्नी को भी मजदूरी करनी पड़ रही है। बड़ा बेटा भी आॅटो चलाकर कुछ पैसे घर ले आता है। परिवार की स्थिति बुरी तरह से डोल चुकी है। पहले महा सिंह ऊपर वाले कमरे में सोता था, लेकिन बीमार होने के बाद वह कई महीनों से नीचे वाले कमरे में ही सोता आ रहा है। यदि ऊपर वाले कमरे में कोई होता तो शायद आगजनी का पहले ही पता चल जाता।
महा सिंह की पत्नी राजवंती ने बताया कि दिवाली थी और वे घर में दीपक लगाकर व पूजा करके सोने की तैयारी कर रहे थे। पूरा परिवार नीचे वाले कमरे में था और ऊपर में अचानक कोई रॉकेट कही से घूमता हुआ आया और कमरे में घुस गया और जल्दी ही आग लग गई। चूंकि दरवाजे पर बैनर लगाया हुआ, ऐसे में आग पकड़ते देर नहीं लगी। आग बढ़ती गई और अन्य सामान को भी अपनी चपेट में लेकर फ्रीज तक पहुंच गई। फ्रीज धू-धू करके जलने लगा। पड़ोसियों ने शोर मचाया और उसके बाद उन्हें आग का पता चला। वे आनन फानन में ऊपर वाले कमरे में पहुंचे तो फ्रीज जल रहा था। आग लगी देख आसपास के पड़ोसी भी मौके पर एकत्रित हो गए। पानी डालकर आग पर काबू पाया गया। राजवंती ने कहा कि लोग दिवाली मना रहे हैं, लेकिन लोगों द्वारा आतिशबाजी के दौरान बरती जाने वाली लापरवाही किसी के घर को नुकसान पहुंचा सकती है। रात को लोग दिवाली मना रहे थे और हम आग बुझा रहे थे।
राजवंती ने बताया कि करीब 3 साल पहले एक-एक पैसा जोडकर फ्रीज खरीदा था। एक गरीब परिवार के लिए फ्रीज खरीदना भी किसी पहाड़ चढ?े जैसा ही होता है। आगजनी में फ्रीज के साथ-साथ उसकी बेटी प्रियंका के स्कूल के डॉक्यूमेंट, आधार कार्ड व अन्य जरूरी दस्तावेज भी जल गए है। अब दूसरे डॉक्यूमेंट बनवाने में कितनी परेशानी होगी। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
राजवंती ने बताया कि फ्रीज से कुछ ही दूर पर रजाइयां, कंबल व अन्य कपड़ों का ढेर पड़ा हुआ था। अगर समय पर उन्हें आग का पता नहीं चलता तो आग कपड़ों में लग जाती और छत तक पहुंच जाती, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता था। गनीमत रही कि समय पर आग पर काबूू पा लिया गया। उन्होंने सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की है।