शासकीय जमीनों पर धड़ल्ले से कर रहे हैं कब्जा
सागर
बालकिशन विश्वकर्मा के द्वारा दी गई जानकारी छतरपुर जिले की राजनगर नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों भूमपियाओं का कहर दिन प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है जब से नगर परिषद में नवागत अध्यक्ष आए हैं तब से लेकर लगातार शासन की वेस कीमती जमीनों पर भू माफियाओं के द्वारा बड़ी दबंगई और धड़ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है जी हां यह हम नहीं कह रहे हैं यह तो शासन की वेस कीमती जमीनों पर हुए अतिक्रमण की चर्चाओं से पता चल रहा है आपको बता दें कि राजनगर के रामबाग चौराहे पर ने तीन दुकानों का और तहसील के पास टंकी के बगल में ने भी तीन दुकानों पर अतिक्रमण कर कब्जा कर लिया है
जिस पर नगर परिषद सीएमओ के द्वारा मीडिया की खबर चलने पर नोटिस की कार्यवाही तो की गई लेकिन भूमाफियाओं पर अभी भी आल्हा अधिकारी मेहरबान बने हुए हैं जिससे शासन की जमीनों पर लगातार कब्जा किया जा रहे हैं अगर जिले में देखा जाए तो जिले के कोने कोने पर सरकारी जमीन पर कब्जा किए जाने का सिलसिला लगातार जारी है लेकिन जिला प्रशासन इनके खिलाफ अभियान चलाने के बजाय पंग्गु बना बैठा है ब्लाक स्तर पर ही सरकारी ज़मीन पर दमंगो के द्वारा कब्जा कर लिया गया है इसी प्रकार सर्वाधिक अतिक्रमण राजनगर ब्लाक में देखा जा रहा है
मीडिया में मामला आने के बाद जब सूचना के आधिकार के तहत बालकिशन विश्वकर्मा के द्वारा जानकारी मांगी गई तो नगर परिषद राजनगर के द्वारा मामले पर पर्दा डालते हुए आधी अधूरी जानकारी दी गई है और जानकारी में बताया गया कि हमारे द्वारा नोटिस जारी किया गया था लेकिन राजनीतिक दबाव होने के कारण अवैध दुकानों पर कब्जा कर लिया गया है जबकि जानकारी में यह भी बताया गया कि ज़मीन का हस्तांतरण चुकी नजूल से नगरीय प्रशासन में नहीं हुआ उक्त ज़मीन नगर परिषद में दर्ज भी है इसके बावजूद भी मनमाने तरीके से कब्ज़ा कर लिया गया है जबकि नगर परिषद के द्वारा नोटिस दिनाक 27-2-2023 को प्रवीड़ कों दिया गया था वहीं दूसरा नोटिस 03-02-2023 को दिया गया था लेकिन नगर परिषद सीएमओ और अध्यक्ष के उदासीन रवैया के कारण लोग मनमाने तरीके से कब्ज़ा कर सफल हो रहे हैं नगर परिषद राजनगर की मिलिभगत के कारण आज तक उक्त अतिक्रमणधारियो पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है
कहना है
मेरे द्वारा स्थल निरीक्षण प्रतिवेदन कराया गया था आगे की कार्यवाही प्रचलन में है
ऋतु पुरोहित
सीएमओ
जांच की जा रही है मुझे जानकारी पूरी तरह पता नहीं है
पटवारी राजनगर