राजस्व शिविरों को ग्रामीणों और किसानों का मिला अच्छा प्रतिसाद
राजस्व शिविरों को ग्रामीणों और किसानों का मिला अच्छा प्रतिसाद
राजस्व के 11,915 और अन्य योजनाओं के 25 हजार से अधिक आवेदन मिले
अधिकांश का मौके पर निराकरण, शेष के लिए समयसीमा
गांव घर के नजदीक शिविरों में आसानी से काम हो जाने पर खुश हैं ग्रामीण
बिलासपुर
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित राजस्व पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित शिविरों में विभिन्न कामों और सेवाओं से संबंधित 37,660 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें 11,915 आवेदन राजस्व विभाग से संबंधित विभिन्न कामों के हैं। अन्य विभागीय सेवाओं से संबंधित 25 हजार 745 कार्यों के लिए अर्जियां भी शिविर में प्राप्त हुई। अधिकांश मामलों का निराकरण मौके पर ही कर लिया गया। बचे प्रकरणों के निराकरण के लिए समय सीमा दी गई।
कलेक्टर अवनीश शरण के मार्गदर्शन और नेतृत्व में विगत 1 से 15 फरवरी तक राजस्व पखवाड़ा मनाया गया। इस दौरान दूरदराज के ग्रामों में 224 शिविर आयोजित किए गए। शिविर को लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिला। लोग उत्साह के साथ शिविरों में पहुंचकर अपने जरूरत के काम सुगमता से करा पाए। विकसित भारत यात्रा की तर्ज पर इन शिविरों में विभिन्न सेवाओं के लिए छुटे हुए पात्र लोगों से आवेदन भी भराए गए। कलेक्टर अवनीश शरण स्वयं आधे दर्जन शिविरों में पहुंच कर निरीक्षण किया। हितग्राहियों ने अपने गांव घर के नजदीक शिविरों के जरिए लंबित समस्यायों के समाधान हो जाने पर संतुष्टि जाहिर की है।
जिला कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार आयोजित सभी 224 शिविरों में भू स्वामियों का बी वन बढ़कर सुनाया गया। इन शिविरों में अविवादित नामांतरणों के 637,अविवादित बंटवारा के 235, अभिलेख अपडेट 290,अभिलेखों में त्रुटि सुधार 315, नक्शा बटांकन के 86, सीमांकन के 140, डायवर्सन के 47, वृक्ष कटाई के 7, जाति प्रमाण पत्र 3176, निवास के2797, आय के 2851और राजस्व संबंधी अन्य 1110 कार्य किए गए। शिविर में राजस्व के अलावा अन्य फ्लैगशिप योजनाओं और सेवाओं से जुड़े 25 हजार 745 आवेदन भी प्राप्त हुए। इनमें से अधिकतर का मौके पर ही निराकरण कर लिया गया। इनमें प्रमुख रूप से आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पेंशन, पीेएम किसान सम्मान, प्रधानमंत्री आवास, पीएम उज्जवला योजना, केसीसी आदि योजनाएं शामिल हैं।