राजस्थान में कलेक्टर और पटवारी के यहां ACB ने की छापेमारी, भूमि कन्वर्जन करने के एवज में मांगे थे 25 लाख रूपए
जयपुर.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने दूदू कलेक्टर हनुमानमल ढाका और पटवारी हंसराज के यहां शुक्रवार देर रात करीब 12 बजे छापेमारी की। आरोप है कि इन दोनों ने भूमि कन्वर्जन के बदले 25 लाख रुपए घूस मांगी थी। कलेक्टर के निवास पर तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहा। एसीबी के डीआईजी डॉ. रवि के अनुसार परिवादी ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि दूदू में उसकी फर्म के नाम की 204 बीघा जमीन में से कुछ खसरे तालाब क्षेत्र में हैं।
इनका कन्वर्जन करवाए जाने की बात को लेकर एक शिकायत जिला कलेक्टर हनुमानमल ढाका के पास दर्ज कराई गई थी। उक्त शिकायत में कार्रवाई नहीं करने की एवज में परिवादी से दूदू कलेक्टर और हल्का पटवारी हंसराज ने 25 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी और 21 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था। डीआईजी डॉ. रवि ने बताया कि परिवादी को 21 लाख रुपये की राशि भी अधिक लगने पर उसने जिला कलेक्टर और हल्का पटवारी से बात की, आखिर में जाकर 15 लाख रुपए में सौदा तय किया गया और कलेक्टर ने अपने डाक बंगले पर 7.50 लाख रुपए मंगवाए। सत्यापन के दौरान पीड़ित के साथ रिकॉर्डर भी भेजा गया था। इसमें साफ पता चलता है कि दूदू कलेक्टर हनुमानमल ढाका ने रिश्वत के करीब साढ़े सात लाख रुपये डाक बंगला स्थित अपने आवास पर मंगाए थे। पीसी एक्ट के तहत कलेक्टर और पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर छापेमारी की गई है। हालांकि एसीबी की भनक लगने पर उन्होंने रिश्वत की राशि नहीं ली लेकिन एसीबी के सत्यापन में स्पष्ट रूप से कलेक्टर हनुमानमल ढाका और पटवारी हंसराज रिश्वत मांग रहे हैं। इसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।
एसीबी के सूत्रों का कहना है कि 15 लाख रुपए में रिश्वत का सौदा होने के बाद कलेक्टर और पटवारी ने पीड़ित से 15 अप्रैल की शाम को पैसे डाक बंगले पर मंगाए थे। पीड़ित के पास पैसे की व्यवस्था नहीं हुई, इस पर उसने 4-5 दिन का समय मांग लिया था और फिर एसीबी में शिकायत की।