भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर निकलेगी भव्य शोभायात्रा
बिलासपुर
भगवान श्री परशुराम के जन्मोत्सव पर निकलने वाली शोभायात्रा इस बार और भव्य होगा। पंजाब से विशेष तौर पर पंजाब बैंड, सागर का विश्व विख्यात डमरू दल और ओडिशा का घंटा बाजा आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहेगा। समग्र ब्राम्हण समाज और परशु सेना द्वारा प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर इस संबध में जानकारी दी गई। समग्र ब्राम्हण समाज के विवेक वाजपेयी ने बताया कि भगवान श्री परशुराम का जन्मोत्सव का कार्यक्रम तीन दिवसीय होगा। इसमें 9 मई को जन्मोत्सव की शुरुआत करते हुए समग्र ब्राम्हण समाज द्वारा कान्यकुब्ज भवन लोखंडी में भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना कर प्रसाद का वितरण किया गया। शाम चार बजे से सिंचाई विभाग स्थित प्रार्थना सभाकक्ष में रक्तदान शिविर लगाया गया।
आज 10 मई को कान्यकुब्ज भवन इमलीपारा मे हवन पूजा-अर्चना और भंडारा का आयोजन होगा। इसके अलावा राजकिशोर नगर में भगवान परशुराम प्रतिमा की पूजा-अर्चना एवं शाम को महाआरती की जाएगी। परशु सेना के विनय शर्मा ने बताया कि 11 मई को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। जो शीतला माता मंदिर दयालबंद से शाम 4:30 बजे निकलेगी और गांधी चौक,जूना बिलासपुर, गोल बाज़ार, सदर बाज़ार, सिम्स चौक होते हुए पं.देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में समाप्त होगी।
यहां भगवान परशुराम की महाआरती की जाएगी। महाआरती के बाद धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। इसमें आशीवर्चन देने प्रमुख रूप से शांतिकुटी आश्रम से आचार्य रामभूषण महाराज उपस्थित रहेंगे। साथ ही भजन संध्या का भी आयोजन रखा गया है। इसमें ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा सुमधुर भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम में विप्र समाज के मार्गदर्शक, प्रेरणास्त्रोत वरिष्ठ विप्रजनों, प्रतिभाशाली युवाओं एवं समाज की गौरवशाली विभूतियों का सम्मान किया जाएगा। राजकुमार तिवारी ने तैयारियों के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव से जुड़ी सभी तैयारियां की जा रही है। जिसमें शोभायात्रा मार्ग को तोरन एवं झंडों से सजाया जाएगा। साथ ही भव्य स्वागत द्वार भी बनाएं जाएंगे। इसके अलावा जिले समेत अंचल भर के विप्रजनों तथा सामाजिक संगठनों से संपर्क किया जा रहा है ताकि सभी शोभायात्रा में शामिल हो सकें। इस दौरान राजकुमार तिवारी,जितेंद्र चौबे आदर्श दुबे उपस्थित रहे।
झांकियां रहेंगी आकर्षण का केंद्र
शोभायात्रा में छत्तीसगढ़ की स्थानीय कर्मा एवं पंथी नृत्य भी यात्रा की अगुवाई रेगा। शोभायात्रा में पहली बार मुंब ई कार्निवाल को शामिल किया गया है। इसे धार्मिक रूप में प्रस्तुत किया जाएगा। शोभायात्रा में श्रीराम, मां काली, राधा कृष्ण, मशाने होली समेत अन्य विभिन्न प्रकार की झांकियां शामिल रहेगी।