अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले पुलिस जवानों को जिला पुलिस ने याद कर किए श्रद्धासुमन अर्पित
31 मई 1992 में पंजाब में उग्रवादियों से मुठभेड़ के दौरान हो गए थे शहीद
टीम एक्शन इंडिया
राजकुमार प्रिंस
करनाल। जिला पुलिस के वीर एवं बहादुर पुलिस कर्मचारी, जिन्होंने समाज एंव देश व प्रदेश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन वीर जवानों की याद में आज पुलिस लाइन के शहीदी स्मारक पर एकत्रित होकर कुछ पल का मौन धारण कर इन वीर जवानों को याद किया गया और नमन करते हुए शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित कर उनकी वीरता व उनके द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया।
आज के दिन वर्ष 1992 में करनाल पुलिस के चार बहादुर जवानों ने पंजाब में उग्रवादियों से मुठभेड़ करते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वह करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था और शहीद हो गए थे। करनाल पुलिस के शहीद निरीक्षक बलजीत सिंह वासी छछरौली जिला यमुनानगर 31 मई 1992 को बतौर इंचार्ज सीआईए करनाल में तैनात थे। जो 31 मई 1992 को अपने साथी पुलिस कर्मचारियों निरीक्षक विजेन्द्र सिंह वासी आसन जिला रोहतक, एएसआई रघुनंदन वासी मौहल्ला नालापार नारनौल व सिपाही नारायण सिंह वासी मुकीमपुर जिला सोनीपत के साथ उग्रवादियों की सूचना पर गांव मतौली जिला पटियाला पंजाब के एक मकान पर रेड करने गए थे।
उसी समय उग्रवादी जरनैल सिंह व उसके साथियों के साथ मुठभेड़ होने के कारण उनसे मुकाबला करते हुए चारों पुलिस जवान शहीद हो गए थे। इनके अलावा वर्ष 2010 में जिला पुलिस के शहीद ईएचसी जगतार सिंह दोषी गुरप्रीत को गिदडवाड अदालत मे पेश करने ले जाते समय दोषी को छुडवाने के लिए अचानक असामाजिक तत्वों के साथ रेल में हुई मुठभेड़ में गोली लगने से शहीद हो गए थे और वर्ष 2018 में एसआई नरेन्द्र सिंह बाल किशोरी ममता वासी रोहतक को नारी निकेतन करनाल से लेकर किशोर न्याय बोर्ड रोहतक मे पेश करने उपरांत बाहर निकलते समय दोमोटरसाईकिल सवारों ने बाल किशोरी ममता को गोली मारी, जो बाल किशोरी ममता को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर बहादुरी व साहस का परिचय देते हुए अपराधियों का सामना करते हुए अपने प्राणों की आहुति देकर शहीद हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक दीपक सहारन ने कहा कि हमें शहीद हुए अपने वीर जवानों पर गर्व है। इन वीर जवानों ने देश व समाज की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया और अमर हो गए। इनकी याद में हर साल 31 मई को पुलिस लाईन के शहीद स्मारक पर इन्हें नमन किया जाता है और श्रद्धासुमन अर्पित किए जाते हैं। इस दौरान जिले के तमाम थाना प्रबंधक, पुुलिस चौंकी इंचार्ज व अन्य पुलिस कर्मचारियों ने शहीद जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित कर, उनको याद किया।