
श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज के प्रकाश पर्व समागम में पंजाबी भाषा के प्रति किया प्रचार
टीम एक्शन इंडिया
कुरुक्षेत्र: मीरी-पीरी के मालिक श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी महाराज के प्रकाश पर्व समागम में हजारों की तदाद में पहुंची संगत ने सोमवार को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के समक्ष हाजिरी भरी। गुरु साहिब के समक्ष नतमस्तक होने के बाद संगत ने पहली लड़ी में किए जा रहे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज के श्री अखंड पाठ साहिब का श्रवण भी किया।
यही नहीं समागम का फायदा उठाते हुए हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी द्वारा यहां पहुंच रही संगत को अपने-अपने घरों में गुरमुखी (मातृभाषा पंजाबी)का अधिक से अधिक प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया। संस्था के पदाधिकायिों ने संगत से आान किया कि अपने बच्चों को पंजाबी भाषा सिखाने, गुरमत से जोडने े एवं सिख धर्म के ऐतिहासिक अस्थानों के भ्रमण की भी अपील की।
यह सब वर्तमान में पश्चिमी सभ्याचार से प्रभावित हो रही युवा पीढ़ी के साथ-साथ बच्चों को अपनी मातृभाषा पंजाबी सीखने के लिए प्रेरित करने हेतु किया गया। इस दौरान हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमैंट कमेटी की कनिष्ठ उपप्रधान बीबी रविंदर कौर अजराना, स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना व संस्था के उच्चाधिकारी मौजूद रहे। बीबी अजराना ने गुरुद्वारा साहिब पहुंची संगत खासतौर पर महिलाओं से आान किया कि वे घरों में केवल मातृभाषा पंजाबी का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि मां को बच्चों का पहला गुरु माना जाता है, इसलिए महिलाओं का फर्ज है वे समय निकाल कर बच्चों को पंजाबी सिखाएं।
इससे बच्चों के प्रति अपने फर्ज के साथ-साथ महिलाएं कौम के प्रति भी अपना कर्तव्य निभा सकेंगी।स्पोकसमैन कवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्याचार के प्रति ज्यादा आकर्षित हो रही है और उनकी देखादेखी बच्चें का झुकाव भी बाहरी संस्कृति की ओर हो रहा है। इस सब से अपने बच्चों को बचना अनिवार्य है, अन्यथा कौम की भावी पीढ़ी पथ भ्रस्ट हो जाएगी।