दिल्ली

शकूरपुर वार्ड: निगम के पार्क हुए पार्किंग व गंदगी के शिकार, प्रशासन लाचार

टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में निगम व डीडीए द्वारा लाखों-करोडों रूपये पार्को की खूबसूरती को बनाएं रखने के लिए पानी की तरह बहाय गए थे, लेकिन वक्त के साथ-साथ प्रशासनिक लापरवाही के चलते कुछ पार्क पार्किंग के शिकार हो गए, तो कुछ गंदगी के चलते अपना स्वरूप ही खो बैठे है।

यहां पर हम बात कर रहे रहे है त्रीनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतगर्त आने वाले शकूरपुर वार्ड नंबर-62 की। जहां पर निगम के अधिकांश पार्क बदहाली की मार झेल रहे है। देख-रेख और अनदेखी के चलते निगम पार्क बदहाली का शिकार है, सुंदरता पूरी तरह से खो चुका है।

पार्क की दयनीय हालत को देखकर भी प्रशासन पार्क को सहेजने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है। शकूरपुर क्षेत्र स्थित जेजे कॉलोनी के बी ब्लॉक में बना निगम पार्क की दशा तो इस प्रकार है मानो कभी पार्क ही न हो बल्कि पार्किंग बनाई गई हो, पार्क में कहीं पर ठेला-रिक्शा खडा है तो कही पर आॅटो-टैक्सी।

वहीं क्षेत्र स्थित लवकुश वाटिका निगम पार्क तो काफी लंबे समय से मौत का न्यौता दे रहा हो, सुविधा के लिए पार्क में लगाई गई लाइट का बॉक्स के दरवाजे से स्मेकिये ही उखाड कर ले गए जिसकी वजह से बिजली का पैनल खुला हुआ पडा है जो कि कभी किसी भी बडे हादसे को अंजाम दे सकता है। पार्क को बने कई साल हो चुके है लेकिन समय गुजरने के साथ-साथ इस पार्क को सहेज कर रखने की जो कवायद होनी चाहिए उसमें लापरवाही की जाती रही जिससे पार्क दुर्दशा का शिकार हो गया है।

पार्क की बगिया के पौधे सूखे, झाड़ियों की भरमार: पहले यहां कई प्रजातियों के पेड़-पौधे लगाए गए थे जो अब उजड़ गए हैं। पार्क के अंदर मवेशी विचरण करते रहते हैं। पार्क में पहले लोगों की भीड़ उमड़ती थी लेकिन अब यहां असामाजिक तत्व डेरा जमाए रहते हैं।
लोग यहां सुबह हो या शाम के वक्त आने से कतराते हैं। करोड़ों रुपये खर्च कर जिस मंशा से पार्क तैयार किया गया था वह अपनी सूरत गंवाते जा रहा है।

माली नहीं होने से फैली अव्यवस्था: माली नहीं होने के कारण पेड़ पौधों का देखरेख करने वाला कोई नहीं है, पार्क में अब लोग घूमने फिरने बच्चे खेलने आने के लिए कतराने लगे हैं और पार्क में पशु पालकों के एवं आवारा मवेशी विचरण करते हैं। यहां मवेशियों को भरपेट आहार मिल जाता है। पार्क में लगे पेड़- पौधे व पत्तियां उनके लिए चारे का काम करती है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button