दिल्ली में अभी तक डेंगू के 246 मामले दिल्लीवालों के लिए खतरे की घंटी: देवेन्द्र
टीम एक्शन इंडिया
नई दिल्ली: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने राजधानी में बढ़ते डेंगू के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जून तक डेंगू के 246 केस सामने आना दिल्लीवालों के लिए खतरे की घंटी है क्योंकि यह मामले पिछले वर्ष जून तक के मामलों से दुगने है।
श्री यादव ने पूछा कि क्यों केजरीवाल सरकार के मंत्री किसी भी संकट के चरम पर पहुंचने के बाद उस पर संज्ञान लेते है, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को मई में अस्पतालों को डेंगू पर नियंत्रण करने का निर्देश देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि अब से पहले भी केजरीवाल शासन, 2015 में डेंगू के 15867 मामलों में 60 मौत, 2021 में 9613 मामलों में 23 मौत हुई थी। देवेन्द्र यादव ने कहा कि मैं स्वास्थ्य मंत्री को कहना चाहता हूॅ कि डेंगू मामलों पर नियंत्रण के लिए अस्पतालों को हिदायत देने के साथ-साथ व्यवस्था पर निगरानी भी रखें ताकि दिल्ली वालों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए वास्तविकता में काम हो। कहीं ऐसा न हो कि केजरीवाल जेल में और योजनाऐं भ्रष्टाचार के खेल में, साबित हो जाए।
उन्होंने कहा कि उमस भरी गर्मी, भारी बारिश और जल भराव के बाद दिल्ली जल जनित बीमारियों को हमेशा झेलती रही है और इस वर्ष भी आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम की निष्क्रिय कार्यशैली के कारण डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया अधिक संख्या में सामने आ रहे है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि केजरीवाल सरकार हर मामले में पूरी तरह फेल साबित हुई है। दिल्ली में बढ़ते डेंगू के मामलों पर दिल्ली सरकार सहित दिल्ली नगर निगम को चाहिए कि वह समय से पहले डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी जलजनित बीमारियों को रोकने के लिए अभियान चलाऐं। उन्होंने कहा कि 37000 जगहों पर मच्छर का लार्वा पैदा होने के मामले सामने आना और 40,000 को चालान सहित नोटिस भेजना दिल्ली नगर निगम की बहुत बड़ी विफलता है, निगम ने इसके लिए समय से पहले जागरुकता अभियान क्यों नही चलाया।