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एमपी के मालवा क्षेत्र को बड़ी सौगात, तीन नए इंडस्ट्रियल एरिया का होगा निर्माण

इंदौर
 मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में जल्द ही रोजगार के नए अवसर खुलने वाले हैं। ये तीन नए इंडस्ट्रियल एरिया पीथमपुर, धार और बदनावर में बनने वाले हैं। इससे मालवा क्षेत्र में रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही पीथमपुर में पहले से मौजूद सेक्टरों का भी विकास किया जाएगा।

इन प्रोजेक्ट्स के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी डीपीआर भी तैयार की जा रही है। धार जिले में धामनोद के पास जैतापुरा में भी जमीनों का आवंटन लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा तारापुर और लालबाग-बसवी में भी नए प्रोजेक्ट प्रस्तावित हैं। इन जगहों पर जमीन उद्योग विभाग के पास ही है, जिससे प्रोजेक्ट्स शुरू करने में आसानी होगी।

पुरानी जमीन का नए सिरे से विकास होगा

पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में खाली पड़ी जमीन को भी नए सिरे से विकसित करने की योजना है। अभी तक कुल 1716 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की जा चुकी है। इन्वेस्टर्स समिट से पहले इनसे जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी।

ऐसा होगा धार इंडस्ट्रियल एरिया

धार जिले के तारापुर में करीब 256 हेक्टेयर में नया औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। वहीं लालबाग-बसवी में करीब 216 हेक्टेयर जमीन पर नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा।

पीथमपुर इंडस्ट्रियल एरिया

पीथमपुर सेक्टर 8 यानि बरदारी में 450 हेक्टेयर और सेक्टर-9 यानि भाटखेड़ी में 538 हेक्टेयर में नए प्रोजेक्ट विकसित किए जाएंगे। इन प्रोजेक्ट्स पर अनुमानित लागत 1000 करोड़ रुपये आएगी। इन प्रोजेक्ट्स से करीब 3500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। पीथमपुर सेक्टर 6 के फेज-2 का भी विस्तार होगा, जिसके लिए 74.853 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 80 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इससे करीब 2500 लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

बदनावर औद्योगिक क्षेत्र

बदनावर के भेंसोला में 205 हेक्टेयर में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 207 करोड़ रुपये है और इससे लगभग 3000 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। माचल में 23.35 हेक्टेयर में एक लॉजिस्टिक पार्क बनाने का प्रस्ताव है, जिसकी लागत करीब 25 करोड़ रुपये आएगी। इस प्रोजेक्ट से करीब 1 हजार लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।

एमपीआईडीसी भी कर रही मदद

एमपीआईडीसी भी कंपनियों की मदद के लिए तत्परता से काम कर रही है। ताकि उन्हे अपना काम शुरू करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े। इस विषय पर बात करते हुए एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इंदौर-धार रीजन में पहले से ही कई बड़े इन्वेस्टर अपने प्रोजेक्ट को लेकर जुड़ रहे हैं। उन्हे जमीन से लेकर अन्य चीजों में समस्या न हो इसके लिए काम किया जा रहा है।

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