बिहार में राजनीतिक दलों में उठापटक का दौर शुरू, दो कद्दावर नेताओं ने दिया इस्तीफा, जन सुराज पार्टी को बड़ा झटका
पटना
बिहार विधानसभा चुनाव में अभी करीब-करीब एक साल का समय बाकी है, लेकिन तमाम राजनीतिक दलों में उठापटक का दौर अभी से शुरू हो चुका है। ताजा-ताजा राजनीति में एंट्री लेनी वाली प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी को बड़ा झटका लग गया है। पार्टी के दो कद्दावर नेताओं ने कोर कमेटी से इस्तीफा दे दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव व सांसद रह चुके मोनाजिर हसन ने जन सुराज पार्टी की प्रदेश कोर कमेटी से त्यागपत्र दे दिया है। नियमत: उन्हें त्यागपत्र कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती को सौंपना चाहिए, लेकिन दोनों ने अपना त्यागपत्र सूत्रधार प्रशांत किशोर को भेजा है।
क्यों दिया त्यागपत्र?
दोनों ने त्यागपत्र का कारण व्यक्तिगत बताया है, लेकिन अंदरुनी चर्चा संगठन में प्रभाव-प्रभुत्व के संदर्भ में हो रही। हालांकि, दोनों अभी जसुपा में बने रहेंगे। उल्लेखनीय है कि रविवार को हुई बैठक में 125 सदस्यीय कोर कमेटी को विस्तारित कर 151 सदस्यीय बनाए जाने का निर्णय हो चुका है। यह भी चर्चा है कि कोर कमेटी के शिथिल सदस्यों से त्यागपत्र लिया जाएगा। इस बैठक व चर्चा के बाद ही देवेंद्र और मोनाजिर ने कोर कमेटी छोड़ी है।
क्या देवेंद्र और मोनाजिर ने तोड़ा PK का भरोसा?
इस वर्ष दो अक्टूबर को जन सुराज को राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित होने की घोषणा करते हुए प्रशांत किशोर ने इन दोनों को संगठन में पहली पांत का नेता बताया था। लोकसभा चुनाव के समय देवेंद्र ने राजद को छोड़ जन सुराज का दामन थामा था। जदयू से अलगाव के बाद एक अर्से तक राजनीतिक परिदृश्य से ओझल रहने के बाद मोनाजिर जन सुराज के साथ सक्रिय हुए थे।