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पानीपत जिले के एक सैनिक का निधन, इन दिनों पश्चिम बंगाल में तैनात थे, सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

पानीपत
पानीपत जिले के एक सैनिक का निधन हो गया है। वे सूबेदार के पद पर इन दिनों पश्चिम बंगाल में तैनात थे। अचानक उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई। आज (5 मार्च) सूबेदार का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाखु बुआना पहुंचा, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शहीद के भाई रूपल मलिक ने मुखाग्नि दी।

परिवार समेत पूरे गांव में मातम का माहौल
सूबेदार सुनील मलिक स्पोर्ट्स कोटे से आर्मी में भर्ती हुए थे। वे वॉलीबाल के राष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी थे। मगर आर्मी में सिलेक्शन बॉक्सिंग के खेल से हुआ था। इसके बाद कई स्थानों पर पोस्टिंग हुई। वर्तमान में वे पश्चिम बंगाल में तैनात थे। यहीं उनका दिल का दौरा पड़ने से निधन हुआ। सुनील अपने पीछे दो बच्चों और परिवार को छोड़ गए हैं। सेना में सूबेदार के पद पर तैनात 38 वर्षीय सुनील मलिक की मौत की खबर परिवार को 3 मार्च की शाम को मिली थी। उनके निधन की खबर मिलते ही परिवार समेत पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया। आज शव घर पहुंचा तो हर आंख नम हो गई। गांव के श्मशान घाट में उनको अंतिम विदाई दी।

 'सुनील मलिक अमर रहे' का गूंजा जयघोष
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा गण्यमान्य लोग भी उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। इनमें जिला सैनिक बोर्ड वेलफेयर ऑफिसर राजवीर रामकुमार, एसडीएम आशीष कुमार, तहसीलदार नरेंद्र दलाल, डीएसपी राजवीर सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। सेना के जवानों के साथ ग्रामीणों ने भारत माता और सुनील मलिक अमर रहे के नारे लगाए। सेना के जवानों ने भी शहीद को राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी।

भाई भी रह चुका आर्मी में, हो गया था हादसे का शिकार
सूबेदार सुनील मलिक का बड़ा भाई रूपल मालिक भी आर्मी में रह चुका है। उसके साथ कई साल पहले ड्यूटी के दौरान एक हादसा हो गया था। सेना की गाड़ी पलटने से वह दोनों पैरों से पैरालाइज हो गया था। इसके बाद वह रिटायरमेंट लेकर घर आ गया था। करीब 3 साल पहले सुनील के पिता जगदीश का भी कोरोना काल में देहांत हो चुका है।

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