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भूमि विवाद के एक मामले में 10000 रुपये की रिश्वत लेते दारोगा गिरफ्तार, विभाग में हड़कंप, सीक्रेट जगह ले गए अधिकारी

बगहा/भैरोगंज
भूमि विवाद के एक मामले में 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते भैरोगंज थाने के एक दारोगा ओम प्रकाश गौतम को मंगलवार की सुबह निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद निगरानी की टीम ओम प्रकाश गौतम को रामनगर के रास्ते ले गई और किसी गोपनीय जगह पर पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार दारोगा इस थाने में करीब दो साल से तैनात थे। घटना के संबंध में बताया गया कि उक्त थाना क्षेत्र के बांसगांव परसौनी निवासी प्रदीप सिंह व नागेन्द्र सिंह के बीच भूमि विवाद चल रहा था। इस संबंध में दोनों लोगों के द्वारा भैरोगंज थाने में जनवरी में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

दारोगा ने मांगी रिश्वत, निगरानी के पास पहुंचा प्रदीप सिंह
उसी मामले में प्रदीप सिंह को मदद देने के लिए उक्त दारोगा के द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। जिसके बाद उन्होंने दारोगा को मनाने की कोशिश भी की, लेकिन दारोगा उन्हें जेल भेजने की बात भी करता था। जिसके बाद उसने रिश्वतखोरी की शिकायत निगरानी विभाग से की थी। शिकायत मिलने के बाद उक्त विभाग के द्वारा पूरे मामले की जांच की गई तो मामला सही पाया गया। इसके बाद मंगलवार की सुबह सात-आठ बजे निगरानी विभाग के डीएसपी विकास श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ थाने पहुंचे और शिकायत करने वाले व्यक्ति को दारोगा के किराये के मकान में रिश्वत देने के लिए अपने टीम के दो सदस्यों के साथ भेजा, जहां ओम प्रकाश को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। उसके बाद रामनगर थाना क्षेत्र के रास्ते लेकर चले गए।

बगहा में पहली बार घूस लेते पकड़ा गया दारोगा, पुलिस विभाग में हड़कंप
बगहा में पहली बार निगरानी विभाग ने दारोगा को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद विभाग में हड़कंप मचा है। निगरानी की कार्रवाई के बाद मंगलवार को भैरोगंज था ना परिसर सुना-सुना दिखा। वैसे अन्य दिन पर सुबह से लेकर शाम तक लोगों का आना-जाना लगा रहता था,लेकिन जब निगरानी की टीम ने कार्रवाई की उसके बाद से लोगों का आना-जाना नहीं हुआ। निगरानी ने अब तक 15 बार कार्रवाई की है। जिसमें 2021 में रामनगर के ईओ जितेन्द्र कुमार सिन्हा निगरानी को चकमा दे फरार हो गए थे, जबकि अन्य मामलों में गिरफ्तारी हुई है। जिसमें बीडीओ, सीओ, ईओ, सीडीपीओ, मुखिया, जेई व मैनेजर आदि शामिल हैं।

फरवरी माह में जांच को पहुंची थी निगरानी टीम
भैरोगंज थाने के दारोगा ओम प्रकाश गौतम के द्वारा भूमि विवाद में रिश्वत मांगे जाने की जांच करने के लिए निगरानी विभाग की टीम फरवरी में बगहा पहुंची थी। जिनके द्वारा पूरे मामले की जांच करने बाद आने-जाने का रास्ता भी देखा था। उस समय पुलिस जिले में हलचल थी कि निगरानी की टीम भ्रमण कर रही है। उसके बाद जांच टीम वापस अपने मुख्यालय चली गई थी।

बगहा में अब-तक हुई निगरानी की कार्रवाई, कौन-कौन अरेस्ट हुआ?
वर्ष 2022 में बगहा एक सीडीपीओ कार्यालय के प्रधान लिपिक शंभूनाथ पांडेय
वर्ष 2022 में बगहा एक प्रखंड के बांसगांव मंझरहिया पंचायत के मुखिया बृजेश राम
वर्ष 2021 में रामनगर नगर परिषद के ईओ जितेन्द्र कुमार सिन्हा
वर्ष 2019 में रामनगर प्रखंड के बीईओ विजय कुमार वर्मा
वर्ष 2017 में रामनगर प्रखंड के आपूर्ति पदाधिकारी मदन रजक
वर्ष 2017 में रामनगर प्रखंड में आरडब्लूडी के अभियंता संतोष कुमार वर्मा
वर्ष 2017 में बगहा दो प्रखंड के राजस्व कर्मी जगई राम
वर्ष 2015 में भितहां प्रखंड के प्रखंड के सीओ चांद बिहारी शरण
वर्ष 2014 में मधुबनी प्रखंड के बीईओ नागेन्द्र शर्मा
वर्ष 2014 में रामनगर प्रखंड के सीडीपीओ कार्यालय के प्रवेक्षिका आशा कुमारी
वर्ष 2013 में रामनगर प्रखंड के बीडीओ ललन कुमार साह
वर्ष 2012 में भितहां प्रखंड के ग्रामीण बैंक के मैनेजर दीनबंधु प्रसाद
वर्ष 2011 में मधुबनी प्रखंड के सीओ तरुण सिंह वर्ष 2011 में रामनगर प्रखंड के बीडीओ जवाहर लाल सिंह

 

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