AAP का बड़ा दावा, दिल्ली में लगने जा रहा राष्ट्रपति शासन, बताए 5 संकेत
नई दिल्ली
अरविंद केजरीवाल के कथित शराब घोटाले में जेल जाने के बाद सबसे बड़ी मुश्किलों से घिरी आम आदमी पार्टी ने बड़ा दावा किया है। आम आदमी पार्टी ने शुक्रवार को दावा किया कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगने जा रहा है। केजरीवाल सरकार की मंत्री और पार्टी की बड़ी नेता आतिशी ने कहा है कि उन्हें विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है। आतिशी ने 5 ऐसे संकेत भी गिनाए जिन्हें वह राष्ट्रपति शासन के लक्षण के रूप में देख रही हैं। उन्होंने कहा है कि दिल्ली की सरकार को गिराने के लिए यह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है कि संवैधानिक संकट उत्पन्न हो गया है।
शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली सरकार की ताकतवर मंत्री आतिशी ने दावा किया कि केजरीवाल सरकार को गिराने और राष्ट्रपति शासन लगाने की की बहुत बड़ी साजिश हो रही है। उन्होंने कहा, 'दिल्ली की चुनी हुई सरकार के खिलाफ एक बहुत बड़ा राजनीतिक साजिश रचा जा रहा है। हमें विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि आने वाले कुछ दिनों में केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने वाली है। इसके कई संकेत पिछले कुछ दिनों से दिख रहे हैं। दिल्ली में अफसरों की पोस्टिंग नहीं की ज रही है। दूसरी बात दिल्ली के अंदर कई विभाग में पद खाली है, लेकिन वहां पर किसी अफसर की तैनाती नहीं की जा रही है। तीसरी बात, एलजी साहब पिछले एक सप्ताह से गृहमंत्रालय को बिना किसी कारण बार-बार चिट्ठी लिख रहे हैं। कहते हैं कि मंत्री मीटिंग में नहीं आ रहे हैं। चौथा, दिल्ली सरकार में तैनात अफसरों ने आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर बैठकों में शामिल होने बंद कर दिया है। आखिरी चीज, एक 20 साल पुराने केस का बहाना बनाकर दिल्ली के मुख्यमंत्री के निजी सचिव को बर्खास्त कर दिया गया।'
उन्होंने कहा कि भाजपा दिल्ली में चुनाव नहीं जीत सकती है, इसलिए साजिश के तहत केजरीवाल की सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने केजरीवाल सरकार की लोकप्रियता और कामकाज का हवाला देते हुए कहा ,'केजरीवाल को झूठे आरोपों के तहत केंद्र सरकार ने गिरफ्तार किया है। क्योंकि भाजपा यह जानती है कि दिल्ली के लोग केजरीवाल को पसंद करते हैं और आम आदमी पार्टी को ही वोट देते हैं। भाजपा को पता चल गया है कि दिल्ली में चुनाव नहीं जीत सकते हैं, इसलिए चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश में जुटे हैं।' उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार के कामकाज की वजह से उनकी सरकार गिराने की साजिश रची जा रही है।
आतिशी ने आगे कहा, 'दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना गैर कानूनी होगा, गैर संवैधानिक होगा। दिल्ली की जनता के जनादेश के खिलाफ होगा। दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को स्पष्ट जनादेश दिया है। 17 फरवरी को कॉन्फिडेंस मोशन लाकर अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपना बहुमत साबित किया है। यह साफ है कि संविधान के तहत किसी सरकार को बहुमत होते हुए राष्ट्रपति शासन नहीं लगाया जा सकता है। 2016 नें जब उत्तराषंड में राष्ट्रपति शासन लगाया गया तो हाई कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था और बहुमत साबित होने के बाद राष्ट्रपति शासन के आदेश को खारिज कर दिया था। केजरीवाल सरकार के पास प्रचंड बहुमत है। यदि भाजपा राजनीतिक साजिश की कोशिश करती है तो वह गैर कानूनी और जनता के जनादेश के खिलाफ होगा।'