प्रधानमंत्री के संकल्प से सिद्धि लक्ष्य से बेगूसराय का हो रहा है कायाकल्प

बेगूसराय। एएनएन (Action News Network)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार अपने संकल्प से सिद्धि लक्ष्य के तहत सम्पूर्ण देश का समग्र विकास कर रही है, तो बिहार की औद्योगिक राजधानी बेगूसराय भी इससे अछूता नहीं है। यहां कई स्तर पर बड़े काम हो रहे हैं। बिहार की एकमात्र रिफाइनरी आईओसीएल बरौनी के विस्तारीकरण से पेट्रोकेमिकल की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो रहा है। आईओसीएल प्रबंधन ने बरौनी रिफाइनरी चरण-एक के विस्तार के लिए एलएनटी को शनिवार को लंबे समय से प्रतीक्षित एलएओ जारी किया है।
36 महीने में पूरा होने वाले इस प्रथम चरण की लागत 3384 करोड़ रुपये है। करीब सात हजार करोड़ की लागत से यहां हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (खाद कारखाना) बन रहा है। इसका निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ तेजी से चल रहा है तथा 2021 से उत्पादन शुरू हो जाएगा।
नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) बरौनी से उत्पादन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है, इससे बिजली समस्या दूर होगी। इन तीनों के अलावा प्रधानमंत्री की सबसे बड़ी महत्वाकांक्षी परियोजना यहां चल रही है - सिमरिया में गंगा नदी पर छह लेन वाले सड़क पुल एवं उसके बगल में नए रेल पुल का निर्माण कार्य।
सड़क पुल का निर्माण युद्ध स्तर पर जारी है तथा राजेन्द्र सेतु के समानांतर पूरब की ओर बन रहे छह लेन वाले नए पुल का निर्माण 2021 तक पूरा होगा। इस पुल की कुल लंबाई 1.8 किमी और पहुंच पथ 6.2 किमी होगी । राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा बनाए जा रहे छह लेन पुल के साथ करीब नौ किलोमीटर फोरलेन एप्रोच रोड के निर्माण पर अनुमानित लागत 1161 करोड़ रुपए है। यह रोड गंगा नदी पर सिमरिया-औंटा के बीच वर्तमान राजेंद्र सेतु से 480 मीटर पूरब आरंभ होकर उत्तर में सिमरिया घाट के पास मिलेगा।
दो किलोमीटर के नये छह लेन पुल का निर्माण होना है। यह पुल बिहार में हाईब्रिड एन्यूटी मोड से बनने वाला पहला सड़क पुल प्रोजेक्ट है। इस पुल को नेविगेशन विकास को ध्यान में रखकर गंगा में सबसे ऊंचे जलस्तर से दस मीटर से अधिक ऊंचा बनाया जा रहा है तथा पुल की ऊंचाई के साथ दो पिलरों-स्पैन के बीच की दूरी भी 110 मीटर से कम नहीं होगी। छह लेन का यह पुल दो पैकेज में उत्तर एवं दक्षिण छोर पर बनने वाली फोर लेन सड़क को जोड़ेगा।