
वास्तु शास्त्र की दृष्टि से: दरवाजे के पास खिड़की होना शुभ या अशुभ?
घर के निर्माण से लेकर इसके अंदर की हर एक चीज जैसे दरवाजा, खिड़की, कमरे की दिशा या उनका स्थान का वास्तु में बहुत खास महत्व है। घर का निर्माण केवल ईंटों और दीवारों से नहीं होता, बल्कि उसमें बहने वाली ऊर्जा और सकारात्मकता भी अहम भूमिका निभाती है। अक्सर घर बनवाते समय हम दरवाजे और खिड़कियों की जगह सजावट या रोशनी के हिसाब से तय करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मुख्य दरवाजे के पास खिड़की रखना वास्तु के अनुसार शुभ होता है या अशुभ? तो आइए जानते हैं कि घर में दरवाजे के साथ खिड़किया बनानी चाहिए या नहीं।
वास्तु के अनुसार दरवाजे के पास खिड़की सही या गलत?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, दरवाजे के पास खिड़की रखना पूरी तरह गलत नहीं है, लेकिन इसकी दिशा और दूरी का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। अगर आप सही दिशा और जगह पर खिड़की बनाते हैं, तो यह घर में ताजगी, रोशनी और सकारात्मक ऊर्जा लाने में मदद करती है।
सही दिशा क्या होनी चाहिए?
पूर्व और उत्तर दिशा में दरवाजे के पास खिड़की बनाना शुभ माना जाता है। इससे सूरज की रोशनी आसानी से घर में आती है, जिससे ऊर्जा और स्वास्थ्य दोनों बेहतर रहते हैं।
दक्षिण दिशा में खिड़की रखने से बचना चाहिए, खासकर अगर वह मुख्य दरवाजे के बहुत पास हो। इससे घर में गर्मी और नकारात्मक ऊर्जा का असर बढ़ सकता है।
दक्षिण-पश्चिम में दरवाजे और खिड़कियों का निर्माण वास्तु दोष पैदा कर सकता है। इससे धन की हानि और मानसिक तनाव हो सकता है।