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गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के गुर्गों के खिलाफ पंजाब पुलिस का एक्शन, जगह-जगह मार रही रेड

चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से जुड़े अपराधियों को पकड़ने के लिए गुरुवार को कई जगहों पर छापेमारी की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि विशेष अभियान सुबह करीब सात बजे शुरू हुआ जो अब भी राज्य के सभी जिलों में जारी है. सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों सहित पुलिस की कई टीम इस अभियान का हिस्सा है. बता दें कि गोल्डी बराड़ गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मुख्य आरोपी है.

सिद्धू मूसेवाला के नाम से लोकप्रिय शुभदीप सिंह सिद्धू की पिछले साल 29 मई को मानसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सतींदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ पंजाब में श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाला है और वह 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा चला गया था. वह लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सक्रिय सदस्य है. इधर, एनआईए ने देश में आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क को खत्म करने के लिए पिछले साल दर्ज दो मामलों की जांच में वांछित 54 व्यक्तियों की तस्वीरों के साथ दो सूची सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर साझा कीं. एक सूची में 11 व्यक्तियों और दूसरे में 43 व्यक्तियों का नाम शामिल है. इस सूची में गोल्डी बराड़, लॉरेंस बिश्नोई, अनमोल बिश्नोई और अर्शदीप सिंह गिल सहित कई वांछित गैंगस्टर शामिल हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने हरविंदर सिंह संधू उर्फ ‘रिंदा’ और लखबीर सिंह संधू उर्फ ‘लांडा’ सहित प्रतिबंधित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को नकद इनाम दिए जाने की घोषणा की. एनआईए ने रिंदा और लांडा प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये के इनाम और परमिंदर सिंह खैरा उर्फ ‘पट्टू’, सतनाम सिंह उर्फ ‘‘सतबीर सिंह’’ और यादविंदर सिंह उर्फ ‘‘यद्दा’’ पर पांच लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है.

एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि ये पांच आतंकवादी भारत की शांति व सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने और पंजाब में आतंक फैलाने के उद्देश्य से बीकेआई की आतंकवादी गतिविधियों को लेकर दर्ज एक मामले में वांछित हैं. यह मामला इस साल की शुरुआत में दर्ज किया गया था. उन्होंने कहा कि वांछित आतंकवादियों पर पंजाब में मादक पदार्थों की तस्करी के माध्यम से और व्यापारियों व अन्य प्रमुख व्यक्तियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली के जरिये प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन बीकेआई के लिए धन जुटाने के अलावा आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप है.

प्रवक्ता ने कहा कि जांच से पता चला है कि पांचों आतंकवादी आर्थिक लाभ का वादा करके बीकेआई के लिए नये सदस्यों को भर्ती करने में लगे हुए हैं. अधिकारी ने कहा, “उन्होंने भारत के विभिन्न हिस्सों में अपनी आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न देशों में अपने गुर्गों का एक नेटवर्क भी स्थापित किया है.” मूल रूप से महाराष्ट्र का निवासी रिंदा आतंकवादी सूची में शामिल है और बीकेआई का सदस्य है. वह पाकिस्तान में रह रहा है. वहीं, लांडा, खैरा, सतनाम और यादविंदर पंजाब के निवासी हैं. प्रवक्ता कहा, “पांच वांछित आतंकवादियों की गिरफ्तारी से जुड़ी कोई भी विशेष जानकारी नई दिल्ली में एनआईए मुख्यालय या चंडीगढ़ में एनआईए शाखा कार्यालय के साथ साझा की जा सकती है.”

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