हिंसा के बाद नूंह में बढ़ी ब्रॉडबैंड कनेक्शन की डिमांड, रोजाना मिल रहे 40 के करीब आवेदन, मुंह मांगी कीमत देने को तैयार लोग
नूंह हिंसा के बाद से जिले में इंटरनेट पर पाबंदी जारी है. जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. एक तरफ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है तो दूसरी तरफ लोगों को ऑनलाइन ट्रांजेक्शन, ऑनलाइन बिजली का बिल भरने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. जिसके चलते अब नूंह में ब्रॉडबैंड सेवा की डिमांड बढ़ गई है. बड़ी संख्या में लोग अपने घरों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगवा रहे हैं, ताकि इंटरनेट की समस्या का समाधान हो सके.
नूंह में बढ़ी ब्रॉडबैंड कनेक्शन की मांग: तावडू क्षेत्र में ब्रॉडबैंड सेवा लेने के लिए उपभोक्ताओं में होड़ मची हुई है. मोबाइल पर इंटरनेट सेवा बंद होने के बाद लोग वाईफाई कनेक्शन लगाने के लिए मुंह मांगे दाम देने को तैयार हैं. निजी कंपनियों की ब्रॉडबैंड सेवा उपलब्ध कराने वाले निखिल सोनी ने बताया कि उनके पास कर्फ्यू में कर्मचारियों की भारी कमी है. मांग बहुत ज्यादा है.
निखिल के मुताबिक प्रत्येक दिन 30 से 40 से कनेक्शन के लिए आवेदन आ रहे हैं, लेकिन वो दिन में मात्र पांच कनेक्शन ही दे पा रहे हैं. फील्ड ऑपरेटर मुस्ताक ने बताया कि क्षेत्र के गांव जफराबाद, सुन्ध, बेरी, हसनपुर, मोहम्मदपुर अहीर, सराय, बिसर अकबरपुर, खेड़की, बाघनकी, गोयला, पढेनी, डावला पाटी, पाड़ा, कन्ट्री क्लब में एयरटेल फाइबर की लाइन बिछी हुई है.
रोजाना आ रही 30 से 40 कनेक्शनों की मांग: नूंह हिंसा से पहले इन गांवों में लगभग 100 कनेक्शन थे, लेकिन अब हर गांव से रोजाना करीब 10 कनेक्शनों की मांग आ रही है. निखिल सोनी ने बताया कि जिओ फाइबर इंटरनेट की सेवा सिर्फ तावडू नगर तक सीमित है. कर्फ्यू से पहले नगर में सिर्फ 160 के करीब उपभोक्ता थे. अब हर रोज 40 कनेक्शन की डिमांड आ रही है, लेकिन पांच से छह कनेक्शन ही लग पा रहे हैं.
बता दें कि 31 जुलाई को नूंह में कर्फ्यू लगा था. उसी दिन से जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा बाधित है. लोग इंटरनेट के आदी हो चुके हैं. उनकी टीम ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में लगातार काम कर रही हैं. कर्फ्यू की वजह से उन्हें डिमांड पूरी करने में परेशानी हो रही है. जिओ फाइबर सेवा प्रदाता मेवात के डिप्टी मैनेजर हितेश गोयल ने बताया कि नूंह हिंसा के बाद जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवा पूरी तरह बाधित है. अब लोग घरों में वाई-फाई लगाने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं.
अकेले तावडू नगर में ही अब ढाई सौ से ज्यादा जिओ कंपनी के उपभोक्ता हो गए हैं. इनके अलावा सरकारी कंपनी बीएसएनएल की भी लाइन लगभग सभी ग्राम पंचायतों में बिछी हुई है. बता दें कि 31 जुलाई को नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के बाद कर्फ्यू लग गया था, कर्फ्यू के साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी. इंटरनेट का लाभ उठाने के लिए लोगों ने अब ब्रॉडबैंड कनेक्शन लेना शुरू कर दिया है.