हरियाणा

संकल्प पत्र को नहले पर दहला बनाने की कोशिश

टीम एक्शन इंडिया
चंडीगढ़: हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी द्वारा गुरुवार को जारी संकल्प पत्र में पांच वायदे कांग्रेस के वायदों को बेअसर करने वाले और 15अन्य वायदे अपने एजेंडे के तहत किए गए है, जो पांच वायदे कांग्रेस के वायदों को बेअसर करने के लिए किए गए है उनमें 18 से 59 साल की 78 लाख महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद देने, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब लोगों को आवास, हर घर गृहणी योजना तहत 500 रुपए में सिलेंडर, 2 लाख युवाओं को पक्की सरकारी नौकरी और सामाजिक-आर्थिक आधार पर बुढ़ापा, दिव्यांग और विधवा पेंशन में वृद्धि के वायदे शामिल हैं। वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव के घोषणापत्र में भाजपा ने मुफ्त योजनाओं से दूरी बनाए रखी थी।

कांग्रेस ने जहा ओ पी एस तुरंत देने का वायदा किया है वही भाजपा ने इस मुद्दे को छोड़ दिया है। भाजपा ने अपने 20 सूत्रीय संकल्प पत्र में 2 केंद्र पोषित योजनाओं को शामिल किया है। केएमपी के आॅर्बिटल रेल कॉरिडोर का निर्माण और नई वंदे भारत ट्रेनों की शुरूआत के साथ कई रैपिड रेल सेवाओं एवं फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच इंटरसिटी एक्सप्रेस मेट्रो सेवा की शुरूआत शामिल हैं।

बीजेपी ने अपने इस संकल्प पत्र के जरिए हरियाणा की 78 लाख महिला वोटरों को साधने की कोशिश की है। हालांकि कांग्रेस की ओर से भी महिलाओं को 2000 रुपए प्रति माह देने का वायदा किया गया है।बीजेपी ने इसे 100 रुपए बढ़ाकर 2100 रुपए प्रति माह कर दिया है। बीजेपी के इस संकल्प पत्र से खजाने पर करीब 20 हजार करोड़ रुपए सालाना का खर्च आएगा। कांग्रेस ने अपने 7 वायदों में 49 लाख के करीब महिला वोटरों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर का वायदा किया है। बीजेपी ने भी अपने संकल्प पत्र में इसे शामिल किया है। इस योजना के जरिए गैस सिलेंडर पर 334 रुपए सरकार को अपने खजाने से भरने होंगे।

इससे सालाना 2000 करोड़ के करीब वित्तीय बोझ पड़ेगा। हरियाणा में बीजेपी ने वृद्धा, दिव्यांग और विधवा पेंशन पर फॉमूर्ला बताया है। संकल्प में बीजेपी ने कहा है कि वह डी ए और पेंशनों को जोड़ने वाले साइंटिफिक फॉमूर्ले के आधार पर सभी सामाजिक मासिक पेंशनों में वृद्धि का फैसला लेगी। कांग्रेस ने अपने 7 वायदों में इन तीनों वर्गों को 6000 रुपए मासिक सम्मान भत्ता देने का ऐलान किया है।

हरियाणा में करीब 35 लाख लोग ऐसे हैं, जो पेंशन का लाभ ले रहे हैं। इन लाभार्थियों को बीजेपी अभी 3000 रुपए मासिक दे रही है। इस पर अभी सरकारी खजाने से 13 हजार करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। बीजेपी के संकल्प पत्र में 5 लाख गरीबों को आवास देने का संकल्प लिया गया है। इस संकल्प पत्र के जरिए प्रति वर्ष 1.80 लाख रुपए आय वाले गरीब लोगों को साधने का प्रयास किया है। बीजेपी की इस योजना के जरिए खजाने पर करीब 1400 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। कांग्रेस ने भी अपने सात वायदों में इस योजना के तहत गरीबों को 100 वर्ग का प्लॉट और दो कमरों का घर देने का वायदा किया है।

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