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कर्नाक मंदिर परिसर में मिला पुराना सोने का खजाना, यह प्राचीन मिस्र की धार्मिक प्रथाओं पर नई जानकारी भी प्रदान करता है

बेंगलुरु
मिस्र, जो अपनी प्राचीन धरोहरों और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, ने हाल ही में एक ऐसी खोज की है जिसने पुरातत्व और इतिहास प्रेमियों को चौंका दिया है। कर्नाक मंदिर परिसर में किए गए एक उत्खनन में 2600 साल पुराना सोने का खजाना मिला है। यह खजाना न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह प्राचीन मिस्र की धार्मिक और सांस्कृतिक प्रथाओं पर नई जानकारी भी प्रदान करता है।

इस खजाने की खोज कर्नाक मंदिर परिसर के खुदाई के दौरान हुई, जहां पुरातत्वविदों ने एक टूटे हुए बर्तन में कई सोने के गहने, ताबीज और मूर्तियां पाई हैं। ये वस्तुएं प्राचीन मिस्र के धार्मिक विश्वासों और रिवाजों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देती हैं। इन वस्तुओं में सोने की अंगूठियां, ताबीज, और मूर्तियां शामिल थीं, जिनमें विशेष रूप से तीन प्रमुख देवताओं की मूर्तियां महत्वपूर्ण हैं। ये देवता थे: अमुन (जो थेब्स के शासक देवता थे), मुथ (जो अमुन की पत्नी और मातृ देवी थीं), और खोंसू (जो चंद्र देवता और अमुन-मुथ के पुत्र थे)।

खोज में मिली मूर्तियां संभवतः ताबीज के रूप में इस्तेमाल की जाती थीं। प्राचीन मिस्रवासियों का विश्वास था कि इन देवताओं की मूर्तियों को पहनने से व्यक्ति की सुरक्षा होती थी और यह उन्हें बुरे प्रभावों से बचाता था। मूर्तियों का आकार और उनका शिल्प कला भी इस समय के धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन को दर्शाता है। कर्नाक मंदिर का ऐतिहासिक महत्व अत्यधिक है। यह मिस्र का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक परिसर है, जिसका निर्माण लगभग 4000 साल पहले हुआ था। कर्नाक मंदिर को कई बार नवीनीकरण और सुधारों का सामना करना पड़ा है, और आज यह स्थल पुरातात्विक शोधों का प्रमुख केंद्र है। इस मंदिर में हमेशा से ही कई महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक खोजें होती रही हैं, जो प्राचीन मिस्र के जीवन को उजागर करती हैं।

कर्नाक मंदिर में इस खजाने की खोज से यह भी संकेत मिलता है कि प्राचीन मिस्र में धार्मिक वस्त्रों और आभूषणों का महत्व कितना था। इन खोजों ने हमें यह समझने का अवसर दिया कि कैसे पुरानी सभ्यताएं अपने धार्मिक विश्वासों को मूर्तियों, गहनों और ताबीजों के माध्यम से व्यक्त करती थीं। मिस्र के पर्यटन और पुरावशेष मंत्रालय ने इस खोज की पुष्टि की है और इसे मिस्र की प्राचीन धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। इस प्रकार की खोजें प्राचीन काल के बारे में हमारे ज्ञान को और बढ़ाती हैं और यह प्राचीन सभ्यताओं की विशालता और उनके धार्मिक दृष्टिकोण को समझने में मदद करती हैं। मिस्र के कर्नाक मंदिर परिसर में 2600 साल पुराना सोने का खजाना मिला है, जिसमें सोने के गहने, ताबीज, और देवताओं की मूर्तियां शामिल हैं। ये वस्तुएं प्राचीन मिस्र की धार्मिक मान्यताओं, सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक जीवन को समझने में अहम भूमिका निभाती हैं। इस खोज से कर्नाक मंदिर की ऐतिहासिक महत्ता को और बढ़ावा मिला है।

 

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