खाड़ी के मुस्लिम देशों में अमेरिका के खिलाफ धधक रहा गुस्सा!
वाशिंगटन
गाजा में इजरायल के तेज होते हमले अरब देशों में अमेरिका का समर्थन कम कर रहे हैं। जो बाइडेन प्रशासन को अरब देशों में अमेरिकी राजनयिकों से सख्त चेतावनी मिली है। इन राजनयिकों ने बाइडेन प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि गाजा में इजरायल का आक्रामक सैन्य अभियान खाड़ी के मुस्लिम देशों में एक पीढ़ी के बीच उसका मजबूत समर्थन खत्म कर रहा है। कई अमेरिकी राजनयिकों ने इसके लिए अपने राष्ट्रपति के प्रशासन को लिखा है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, खाड़ी देशों में अमेरिका के खिलाफ बढ़ते गुस्से के बारे में अमेरिकी अधिकारियों के बीच गहरी चिंता है। ये गुस्सा 7 अक्टूबर के बाद गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान से उपजा है। ओमान में अमेरिकी दूतावास के बुधवार के डिप्लोमैटिक केबल में लिखा गया है कि हम मैसेजिंग बैटलस्पेस में बुरी तरह हार रहे हैं। इसके पीछे भरोसेमंद संपर्कों के साथ की गई बातचीत का हवाला दिया गया है।
इजरायल का साथ देने के लिए अमेरिका से नाखुश हैं अरब के लोग
केबल में चेतावनी दी गई है कि इजरायल के साथ मजबूत अमेरिकी समर्थन को युद्ध अपराध और नैतिक तौर पर बुरी नजर से देखा जा रहा है। दूतावास से ये केबल मस्कट में दूसरे सबसे बड़े अमेरिकी अधिकारी ने लिखा था। जिसे व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, सीआईए और एफबीआई को भेजा गया।
यह एक क्षेत्रीय दूतावास से सिर्फ एक केबल है, जो पश्चिम एशिया में बढ़ती अमेरिका विरोधी लहर की ओर इशारा करता है। काहिरा में अमेरिकी दूतावास से एक दूसरे केबल ने वाशिंगटन में मिस्र के एक सरकारी अखबार की टिप्पणी को प्रसारित किया है। जिसमें लिखा गया है कि फिलिस्तीनियों के लिए राष्ट्रपति बाइडेन की क्रूरता और उपेक्षा पिछले सभी अमेरिकी राष्ट्रपतियों से अधिक है।
बाइडेन पर बढ़ रहा है दबाव
गाजा में तेज होते इजरायल के सैन्य अभियान पर अमेरिकी समर्थन को लेकर राष्ट्रपति जो बाइडेन पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। गाजा में 10 हजार हजार से लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें बड़ी तादाद में बच्चे हैं। लाखों की तादाद में लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। अरब जगत ने गाजा में मानवीय संकट पर लगातार अपना गुस्सा दिखाया है।