मुख्यमंत्री सुक्खू के आदेश के बाद हरकत में आया पशुपालन महकमा
मंडी/खेमचंद शास्त्री
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के आदेश के बाद बेसहारा छोड़े गए मवेशियों की संख्या में कमी लाने और उन्हें सुरक्षित आश्रय उपलब्ध करवाने के लिए पशुपालन विभाग हरकत में आ गया है। मंडी जिला में आवारा सांडों का बधियाकरण करने की मुहिम शुरू कर दी गई है जिससे बेसहारा छोड़े गए जानवरों की संख्या में और वृद्धि न हो। जिला के सभी उपमंडलीय पशु चिकित्सकों को इस बारे आदेश जारी किए गए हैं। ऐसे में पशुपालन विभाग की टीमें अपने-अपने क्षेत्रों में इस कार्य को लेकर जुट गई है। मंडी जिला के पधर उपमंडल के अंतर्गत उरला और कोटरोपी क्षेत्र में पशु पालन विभाग की टीम ने बेसहारा सांडों का बधियाकरण किया। इस दौरान 2 सांडों की नशबंदी की गई। गौ सेवा आयोग बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को बेसहारा जानवरों के सुरक्षित आश्रय के साथ-साथ ऐसे मवेशियों की संख्या में कमी लाने को लेकर शीघ्र उचित कदम उठाए जाने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे।
अधिकारियों से 10 दिन के भीतर इसकी कार्ययोजना मांगी गई है। यही नहीं, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन 1100 के माध्यम से लोग बेसहारा पशुओं से संबंधित जानकारी और शिकायत कर सकेंगे। लोगों से शिकायत मिलने के बाद यह सूचना संबंधित खंड के वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, पशु चिकित्सा अधिकारी और फार्मासिस्ट से साझा की जाएगी। बेसहारा पशु को गो सदन या अन्य उपयुक्त स्थल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी इन्हीं की होगी। मंडी जिला पशुपालन विभाग उप निदेशक संदीप नड्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार बेसहारा पशुओं के कल्याण के लिए बहुआयामी कदम उठा रही है। किसानों की सुविधा के लिए बेसहारा पशुओं से उत्पन्न समस्या तथा इनके कारण होने वाली सडक दुर्घटनाओं के निवारण के लिए गंभीरता के साथ कार्य किया जा रहा है। बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए हेल्पलाइन के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा।मोबाइल एप्लीकेशन विकसित कर बेसहारा पशुओं के छायाचित्र अपलोड करने की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जहां जहां भी बेसहारा सांड पाए जाएंगे सबका बधियाकरण कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाएगा।