अयोध्या अब भारत का वेटिकन सिटी बनने की राह पर -SBI रिसर्च रिपोर्ट
अयोध्या
विश्व पटल पर अयोध्या की पहचान राम मंदिर बन चुका है और एक्सपर्ट्स का कहना है कि राम नगरी अब भारत की वेटिकन सिटी बन जाएगी। मक्का और वेटिकन से ज्यादा दर्शनार्थी अयोध्या राम मंदिर पहुंचेंगे, जिससे यूपी सरकार मालामाल हो जाएगी। अनुमान है कि सिर्फ 1 साल में ही 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु अयोध्या में दर्शन के लिए पहुंचेंगे जिससे यूपी सहित देश की अर्थ व्यवस्था में भी बड़ा परिवरर्तन देखने को मिलेगा। धार्मिक पर्यटन के लिहाज से भी अयोध्या जल्द ही नंबर वन की पोजीशन पर पहुंच जाएगा।
अयोध्या को लेकर एसबीआई की रिपोर्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 1 वर्ष में ही यूपी सरकार को टैक्स रेवन्यू के तौर पर 25,000 करोड़ रुपए की आय होने वाली है। इससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था में बड़ा उछाल देखने को मिलेगा। वहीं स्टॉक रिसर्च फर्म जेफरीज का दावा है कि अयोध्या में वेटिकन सिटी और मक्का से भी ज्यादा श्रद्धालु आएंगे। अनुमान है कि 1 वर्ष में अयोध्या पहुंचने वालों की संख्या 5 करोड़ को भी पार कर जाएगी। जिससे 25,000 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय यूपी सरकार के खाते में जाएगी।
एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट बताती है कि यूपी में पर्यटन और अन्य गतिविधियों से टैक्स वसूली में 25,000 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी होगी। इससे यूपी को 2024 में ही करीब 4,00,000 करोड़ रुपए की आमदनी होने वाली है। देश में अभी सबसे ज्यादा आय आंध्र प्रदेश के तिरूपति बालाजी मंदिर से होती है जो कि 1200 करोड़ रुपए वार्षिक है। 2.5 करोड़ श्रद्धालु हर साल बालाजी पहुंचते हैं। वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने वालों की संख्या प्रतिवर्ष 80 लाख है, जिससे राज्य सरकार को 500 करोड़ की आय होती है। आगरा के ताज महल से प्रतिवर्ष 127 करोड़ रुपए से ज्यादा की आय होती है। लेकिन जल्द ही अयोध्या इन सब स्थानों से आगे निकल जाएगा।
भारत का वेटिकन और मक्का बनेगी रामनगरी
दुनिया के सबसे बड़े इस्लामिक केंद्र मक्का में प्रतिवर्ष 2 करोड़ श्रद्धालु पहुंचते हैं जबकि वेटिकन सिटी में 90 लाख से ज्यादा लोग प्रतिवर्ष हाजिरी लगाते हैं। लेकिन अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिवर्ष 5 करोड़ से भी ज्यादा होगी। मंदिर का निर्माण करने वाली कंपनी लार्सन एंड टूब्रो ने कहा है कि यह मंदिर अगले 1 हजार साल तक ऐसे ही रहेगा। इसकी इंजीनियरिंग डिजाइन इस तरह से तैयार की गई है कि 1 हजार साल तक मंदिर को कोई नुकसान नहीं होने वाला है।