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हॉकी इंडिया के समर्थन के कारण, मैं अपने परिवार की मदद करने में सक्षम हूं : सलीमा टेटे

हॉकी इंडिया के समर्थन के कारण, मैं अपने परिवार की मदद करने में सक्षम हूं : सलीमा टेटे

ओल्टमेंस को राष्ट्रीय टीम का कोच बनाना चाहता है पाकिस्तान हॉकी महासंघ

एमबाप्पे के गोल से फ्रेंच कप फाइनल में पेरिस सेंट-जर्मेन

नई दिल्ली
 भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर सलीमा टेटे ने रविवार को यहां राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हॉकी इंडिया के 6वें वार्षिक पुरस्कार 2023 में महिला वर्ग में प्रतिष्ठित हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर प्लेयर ऑफ द ईयर 2023 का पुरस्कार जीता।

सलीमा को पूरे साल उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया। 23 वर्षीय खिलाड़ी भारत की कांस्य पदक विजेता एशियाई खेल हांग्जो 2022 टीम का भी हिस्सा थीं और उन्होंने टूर्नामेंट में 1 गोल किया था। सलीमा ने झारखंड महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी रांची 2023 में भी 5 गोल किए, जिससे भारत को ट्रॉफी जीतने में मदद मिली, और उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया।

झारखंड के सिमडेगा जिले की रहने वाली सलीमा ने पुरस्कार जीतने पर खुशी व्यक्त की और कहा, मेरे करियर में पहली बार इतने बड़े पुरस्कार से सम्मानित होना बहुत अच्छा लग रहा है। यह एक बड़ा सम्मान है और मेरे पूरे करियर के दौरान मेरे लिए यह एक बड़ी प्रेरणा होगी।

सलीमा ने गुरुवार को हॉकी इंडिया के हवाले से कहा, पुरस्कार ने मेरे अंदर और भी बेहतर प्रदर्शन करने की इच्छा पैदा की है। मेरी योजना प्रशिक्षण शिविर में एक मिनट भी न चूकने और हर सत्र में अपना 100 प्रतिशत देने की है। मुझे पता है कि मैंने पुरस्कार जीता है, लेकिन यह भी है अब मेरे लिए यह जिम्मेदारी है कि मैं इस सम्मान पर खरा उतरूं और आगे भी बढ़ूं और सुधार करूं।''

सलीमा ने 2016 में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के लिए पदार्पण किया, लेकिन फिर उन्हें टीम की नियमित सदस्य बनने के लिए तीन साल तक इंतजार करना पड़ा। सीनियर टीम के लिए अब तक 107 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली सलीमा ने अपने करियर में 15 गोल किए हैं।

वह उस भारतीय महिला हॉकी टीम का हिस्सा थीं जिसने टोक्यो ओलंपिक 2020 में ऐतिहासिक चौथा स्थान हासिल किया और उन्होंने राष्ट्रमंडल खेल 2022 में अपनी टीम को कांस्य पदक जीतने में भी मदद की। वह उद्घाटन एफआईएच हॉकी महिला राष्ट्र कप स्पेन 2022 में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम की एक प्रमुख खिलाड़ी भी थीं, उन्होंने उस टूर्नामेंट के 5 मैचों में भारत के लिए 5 गोल किये थे।

पुरस्कार के साथ-साथ सलीमा को 25 लाख रुपये का चेक भी प्रदान किया गया। मिडफील्डर ने इस कदम के लिए हॉकी इंडिया का आभार व्यक्त किया और बताया कि कैसे पुरस्कार से उनके परिवार को मदद मिलेगी।

सलीमा ने कहा, जब मेरे परिवार ने सुना कि मुझे पुरस्कार प्रदान किया गया है, तो उन्हें भी मुझ पर गर्व हुआ। सम्मान के हिस्से के रूप में, हमें नकद प्रोत्साहन भी मिलता है, जो मेरे लिए बहुत बड़ी बात है। जब मैं यह पैसा जीतती हूं, तो मेरा परिवार भी मेरे साथ जीतता है। मैं ऐसे प्रावधान करने के लिए हॉकी इंडिया का आभार व्यक्त करती हूं और उनके समर्थन के कारण, मैं अपने परिवार के सदस्यों को हमारे दैनिक जीवन में मदद करने में सक्षम हूं।''

सलीमा ने आगे कहा कि ये पुरस्कार युवाओं को बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हैं और नई पीढ़ी को हॉकी के खेल को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने कहा, जब युवा देखते हैं कि खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए पहचान मिल रही है, तो वे भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित होते हैं। खिलाड़ियों को एहसास होता है कि राष्ट्रीय संस्था वास्तव में हमारा समर्थन कर रही है और इससे युवा पीढ़ी भी प्रेरित होती है। जब वे हॉकी इंडिया द्वारा प्रदान किए जा रहे समर्थन के स्तर को देखते हैं तो हॉकी को एक खेल के रूप में चुनते हैं और वे समान लक्ष्यों की दिशा में काम करने का प्रयास भी करते हैं।''

 

एमबाप्पे के गोल से फ्रेंच कप फाइनल में पेरिस सेंट-जर्मेन

पेरिस
पेरिस सेंट-जर्मेन ने पार्स डेस प्रिंसेस में एक रोमांचक मुकाबले में स्टेड रेनैस पर 1-0 से जीत के साथ कूप डी फ्रांस (फ्रेंच कप) फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली।

पहले हाफ में पीएसजी आक्रमण में रेनैस पर हावी रही। पेरिस सेंट-जर्मेन ने कुल छह शॉट दर्ज किए जबकि मेहमान टीम ने जवाबी कार्रवाई में तीन शॉट लगाए। इन शॉट्स के साथ भी, खेल पहले 45 मिनट में अधिकांश समय स्कोर रहित रहा।

37वें मिनट में, किलियन एमबाप्पे के पास पेनल्टी किक शॉट पर स्कोरिंग खोलने का पहला मौका था, लेकिन रेनैस के गोलकीपर स्टीव मंडंडा ने पेनल्टी बचाकर खेल को स्कोर रहित बनाए रखा।

25 वर्षीय फ्रांसीसी कप्तान ने 40वें मिनट में गोल कर अपनी प्रतिष्ठा को बहाल किया जब उनका शॉट रेनैस खिलाड़ी से डिफलेक्ट होकर गोल में चला गया जिससे पीएसजी को लाभ के साथ ड्रेसिंग रूम में जाने का मौका मिला।

दूसरे हाफ में कोई गोल नहीं हुआ, लेकिन दोनों टीमों के पास गोल करने के मौके थे। रेनैस के पास कुल छह शॉट थे क्योंकि उन्होंने बराबरी हासिल करने का प्रयास किया था, जबकि पीएसजी ने बढ़त हासिल करने पर नजर रखते हुए कुल चार शॉट लगाए।

कूप डी फ्रांस फाइनल में पेरिस सेंट-जर्मेन का मुकाबला ओलंपिक लियोनिस से होगा। अलेक्जेंड्रे लाकाज़ेट के छह मिनट के डबल और गिफ्ट ओर्बन के एक गोल ने लियोनिस को 3-0 से जीत दिलाने के साथ फाइनल में पहुंचने में मदद की।

 

ओल्टमेंस को राष्ट्रीय टीम का कोच बनाना चाहता है पाकिस्तान हॉकी महासंघ

कराची

पाकिस्तान हॉकी महासंघ ने भारत के पूर्व कोच रहे मशहूर डच कोच रोलेंट ओल्टमेंस से राष्ट्रीय टीम का कोच बनने के लिये संपर्क किया है। आर्थिक तंगहाली से जूझ रहे पीएचएफ में इस समय दो ईकाइयां है।

पीएचएफ ने मलेशिया और पोलैंड में मई जून में होने वाले अजलन शाह कप और नेशंस कप के लिये पाकिस्तानी टीम का कोच बनने का अनुरोध किया है। पीएचएफ के एक धड़े के सचिव राणा मुजाहिद ने पुष्टि की है कि ओल्टमेंस से संपर्क किया गया है जबकि दूसरे धड़े के सचिव हैदर हुसैन ने चेताया है कि महासंघ को एफआईएच से निलंबन झेलना पड़ सकता है।

ओलंपियन कलीमुल्लाह, वसीम फिरोज, नासिर अली और हनीफ खान के साथ हुसैन ने प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि सिर्फ उनके गुट को ही एफआईएच से मान्यता मिली है। उन्होंने कहा, ‘‘दो टूर्नामेंटों के आयोजकों ने हमसे माफी मांगी है कि उन्होंने गलती से लाहौर स्टेडियम में न्योता भेज दिया था। सिर्फ हम ही मान्यता प्राप्त ईकाई हैं और इन टूर्नामेंटों में टीम भेज सकते हैं।''

ओल्टमेंस 2013 में भारतीय हॉकी के हाई परफॉर्मेंस निदेशक बने थे और भारतीय हॉकी को पुनर्जीवित करने में अहम भूमिका निभाई। वह 2015 में पुरूष टीम के मुख्य कोच बने लेकिन अच्छे नतीजे नहीं आने के कारण उन्हें 2017 में पद से हटा दिया गया।

पीएचएफ सचिव और पूर्व ओलंपियन ने चेताया कि अगर प्रधानमंत्री ने दखल नहीं दिया तो एफआईएच राष्ट्रीय महासंघ को निलंबित कर सकता है। ओल्टमेंस 2004 में पाकिस्तान की सीनियर और जूनियर टीम के कोच थे और हाल ही में जूनियर टीम से जुड़े थे।

 

पाकिस्तान वॉलीबॉल महासंघ ने भारत को टूर्नामेंट के लिये न्योता दिया

कराची
 पाकिस्तान वॉलीबॉल महासंघ ने भारत को अगले महीने इस्लामाबाद में होने वाली एशियाई चैलेंज वॉलीबॉल लीग में टीम भेजने के लिये न्योता दिया है।

पीवीएफ के अध्यक्ष चौधरी याकूब ने कहा कि उन्होंने टूर्नामेंट के लिये भारतीय वॉलीबॉल महासंघ को न्योता दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने काफी प्रयासों के बाद इस टूर्नामेंट की मेजबानी हासिल की है। हम चाहते हैं कि 11 से 17 मई तक होने वाले टूर्नामेंट में सभी शीर्ष टीमें भाग लें।''

ईरान, श्रीलंका, भूटान, तुर्कमेनिस्तान, अफगानिस्तान, कजाखस्तान, किर्गीस्तान ने टूर्नामेंट में भागीदारी की पुष्टि कर दी है।

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