बड़ी खबरहरियाणा

हरियाणा में डेढ़ लाख में बेची गई असम की दो नाबालिग बहनें, भिवानी CWC ने कराया मुक्त

भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी में सीडब्ल्यूसी कमेटी के सदस्यों द्वारा असम की दो बहनों को मानव तस्करी से मुक्त कराने का मामला सामने आया है. फिलहाल दोनों बहनों को भिवानी के अनाथालय भेज दिया गया है. बाल संरक्षण विभाग को किसी अनजान व्यक्ति ने फोन पर इस मामले की सूचना दी थी. व्यक्ति ने बताया कि दो लड़कियों को कुछ लोगों ने बंधक बनाकर रखा है और दोनों नाबालिग हैं.

सूचना मिलने के बाद एक टीम का गठन किया गया, जिसके बाद CWC ने छापेमारी करनी शुरू कर दी. हालांकि शुरुआती जांच में डीसीडब्ल्यू के हाथ कुछ नहीं लगा, लेकिन जब खेतों की तरफ जाकर देखा तो एक कमरे में दोनों लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया था. बाल संरक्षण कमेटी के सदस्यों ने बहल के गांव बिधनोई व एक अन्य गांव से दोनों सगी बहनों को मुक्त करवाया है.

मुक्त कराई गईं दोनों लड़कियां नाबालिग हैं. बताया जा रहा है कि दोनों बहनों से कई बार दलालों ने न केवल दुष्कर्म किया है, बल्कि उन्हें बेचा भी है. बाल संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि मेले में एक लड़की से मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान हुआ था. उसके बाद दलालों ने उन्हें अपने प्रेम जाल में फंसाकर उन्हें बेच दिया.

चाइल्ड हेल्प लाइन पर लड़कियों के बारे में सूचना मिली थी. 17 साल की बच्ची मेले में दलालों को मिली जहां उनका फोन नंबर एक्सचेंज हुआ, उसने पहले लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया. जिसके बाद दलालों ने लड़की को अपनी बहन के घर पर रखा और उसके साथ गलत काम किया. 15 साल की लड़की के साथ भी दलालों ने ठीक ऐसा ही किया. पहले अपनी बहन के घर पर रखा और फिर उसे 1 लाख 30 हजार रुपये में बेच दिया. फिलहाल बच्चियां हमारे पास बाल आश्रम में है.

  • संदीप कुमार, बाल संरक्षण अधिकारी

CWC अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मेले में नंबर एक्सचेंज होने के बाद लड़की के साथ लगातार बातचीत होती रही और दलालों ने उसे प्रेम जाल में फंसा लिया. असम की लड़की को पहले राजकुमार ने प्रेम जाल में फंसाया ओर उसके बाद उसे और उसकी बहन को बेच दिया. एक लड़की बिधनोई गांव में मिली तो दूसरी लड़की को हरियावास के खेतों से बरामद किया है. दोनों लड़कियों को 1 लाख 30 हजार रुपये प्रति लड़की बेचा गया था.

शिकायत के आधर पर करवाई की गई है और दोनों लड़कियों को मानव तस्करी से मुक्त करवाया है. उन्होंने बताया कि लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के समक्ष पेश किया गया है. असम की लड़कियां होने के कारण उनकी भाषा को समझा नहीं गया है. जल्द ही उनकी काउंसलिंग करवा कर करवाई की जाएगी. लड़कियों का मेडिकल भी करवा दिया गया है. जिसके बाद केस दर्ज होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button