भिवानी: पीएचडी एवं नेट क्वालीफाईड पीजीटी अध्यापकों ने की पदोन्नति की मांग
भिवानी: एक तरफ जहां महाविद्यालयों में अध्यापकों के पद रिक्त पड़े है, वही दूसरी तरफ सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में कार्यरत्त एम फिल,पीएचडी एवं नेट क्वालीफाईड पीजीटी अध्यापकों को कॉलेज कैडर में पदोन्नति नहीं दे रही. इस कारण महाविद्यालयों के विद्यार्थी अनुभवी अध्यापकों के मार्गदर्शन से वंचित है. सरकार को चाहिए कि सीनियर सैकेंडरी स्कूलों में कार्यरत्त एमफिल, पीएचडी एवं नेट क्वालीफाईल पीजीटी अध्यापकों को कॉलेज कैडर में पदोन्नति दी जाए. यह मांग स्कूल कैडर लेक्चरर एसोसिएशन हरियाणा (Haryana) (सलाह) के राज्य उपाध्यक्ष राजबीर धारेडू ने प्रदेश के शिक्षा मंत्री से की.
उन्होंने कहा कि सरकार इस मांग पर अमल करती है तो इसमें सरकार को कोई वित्तीय नुकसान नहीं है तथा छात्र हित में यह सराहनीय फैसला साबित होगा. उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में पहले 11वीं एवं 12वीं की कक्षाएं कॉलेज में लगाई जाती थी, उस समय एम फिल, पीएचडी एवं नेट क्वालीफाईड पीजीटी अध्यापकों को कॉलेज कैडर का माना जाता था, जबकि अब इन अध्यापकों को सीनियर सैकेंडरी स्कूलोंं में ही स्थान दिया जाता है, जाकि इन अध्यापकों के अनुभव के साथ मजाक है.
उन्होंने कहा कि जब कर्नाटक, मध्य प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड में स्कूल में कार्यरत्त लेक्चरर को अस्सिटेंड प्रोफेसर के रूप में पदोन्नति दी जा सकती है तो हरियाणा प्रदेश के अध्यापक इन अधिकार से वंचित क्यो है. इसीलिए सरकार को चाहिए कि शिक्षा विभाग में कार्यरत्त योग्य अध्यापकों को कॉलेज कैडर में पदोन्नति दी जाए.