बाइडेन ने महाभियोग की जांच को खारिज किया, कहा- सरकार के कामकाज को ठप करने की कोशिश
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार देर रात हाउस रिपब्लिकन की महाभियोग जांच को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ जांच की शुरुआत संघीय सरकार के कामकाज को बंद करने की कोशिश है. बाइडेन वर्जीनिया में डेमोक्रेटिक फंडरेजर के आयोजन में बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि वह जांच के बारे में चिंतित नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैं उन चीजों पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं जिन पर अमेरिकी लोग चाहते हैं कि मैं अपना ध्यान केंद्रित करूं.
बता दें कि मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस में स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने बाइडेन के खिलाफ महाभियोग जांच की मंजूरी दे दी. इस घोषणा के बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने पहली बार इस मामले में कोई टिप्पणी की है. रिपब्लिकन हाउस के नेता भी सरकार को वित्त पोषित करने और संघीय शटडाउन को रोकने और वोट जुटाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. बाइडेन ने कहा कि सबसे अच्छी बात जो मैं बता सकता हूं वह यह है कि वे मुझ पर महाभियोग चलाना चाहते हैं. क्योंकि वे सरकार के कामकाज को ठप करना चाहते हैं.
‘मुझे उन मुद्दों से निपटना है जो अमेरिकी लोगों को हर दिन प्रभावित कर रहे हैं’: अपने भाषण में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष सहयोगी, प्रतिनिधि मार्जोरी टेलर ग्रीन, आर-गा का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि अपने निर्वाचन के बाद से ही वह मेरे ऊपर महाभियोग का मुकदमा चलाना चाहती थी. बाइडेन ने कहा कि देखिये, मेरे पास एक काम है. मुझे उन मुद्दों से निपटना है जो अमेरिकी लोगों को हर दिन प्रभावित कर रहे हैं.
क्या आसान हुई मैक्कार्थी की मुश्किलें : एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ महाभियोग जांच का निर्देश देने के बाद केविन मैक्कार्थी ने अपने विरोधी रिपब्लिकन सदस्यों का भी दिल जीत लिया है. इस फैसले के आने के बाद मंगलवार को न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक खबर में लिखा था कि मैक्कार्थी ने यह फैसला दक्षिण पंथी सांसदों को खुश करने के लिए किया है. बता दें कि मैक्कार्थी ने जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन और उनके परिवार के वित्त के व्यापारिक लेन-देन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर महाभियोग जांच का निर्देश दिया है.
महाभियोग जांच की रफ्तार पर बंटे रिपब्लिकन : मैक्कार्थी की ओर से अचानक लिए गये इस निर्णय के बाद कुछ जीओपी सांसद इस मामले में तेजी से कार्रवाई पर जोर दे रहे हैं. जबकि कुछ अन्य लोगों को लगता है कि यह मामला चुनावी साल 2024 तक खिंच सकता है. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को भी मैककार्थी ने हाउस रिपब्लिकन (रिपब्लिकन सांसदों) के साथ एक निजी बैठक की. उस बैठक में उन्होंने अपने फैसले को उचित ठहराया.
बता दें कि अमेरिकी के पूर्व राष्ट्रपति और अगले साल होने वाले चुनावों में जो बाइडेन के मुख्य प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय से बाइडेन के खिलाफ महाभियोग जांच की मांग कर रहे थे. एपी की रिपोर्ट में बुधवार को कहा गया कि कुछ जीओपी सांसदों का मानना है कि बाइडेन के खिलाफ लगे मामलों की तेजी से जांच होनी चाहिए. महाभियोग जांच का नेतृत्व करने वाली ओवरसाइट कमेटी के अध्यक्ष प्रतिनिधि जेम्स कॉमर ने कहा मुझे उम्मीद है कि हम इसे जल्दी से जल्दी पूरा कर सकते हैं.
मैक्कार्थी के लिए यह क्षण राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण : एपी ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि संकटग्रस्त मैक्कार्थी के लिए यह क्षण राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है. क्योंकि उनकी ही पार्टी के सदस्य उनके खिलाफ हो गये थे. उन्हें ट्रंप के दक्षिणपंथी सहयोगियों द्वारा लगातार निशाना बनाया जा रहा था. ट्रंप के दक्षिणपंथी सहयोगियों का आरोप था कि मैक्कार्थी बाइडेन के खिलाफ महाभियोग की जांच शुरू करने में बाधा डाल रहे हैं.
राष्ट्रपति की बचाव में उतरा व्हाइट हाउस : इधर महाभियोग की जांच की घोषणा होने के बाद व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति और उनके बेटे पर लगे आरोपों को निराधार बताया है. साथ ही कहा गया है कि बाइडेन परिवार इन आरोपों का सामना करने और उससे बेदाग निकलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक हाउस रिपब्लिकन बाइडेन को उनके बेटे के व्यापारिक सौदों से जोड़ने की कोशिश करेंगे ताकि लोगों का ध्यान ट्रंप के खिलाफ चल रहे कानूनी मामलों से हटाया जा सके.
महत्वपूर्ण सबूत पेश नहीं करने का आरोप : व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि जो बाइडेन अपने बेटे के व्यावसायिक मामलों में शामिल नहीं हैं. बयान में कहा गया है कि अब तक, रिपब्लिकन सांसदों ने राष्ट्रपति बाइडेन के हाथों हुई किसी गलत काम का महत्वपूर्ण सबूत पेश नहीं किया है.
4 पन्नों की प्रेस विज्ञप्ति में व्हाइट हाउस ने क्या कहा है : एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाइट हाउस ने मीडिया संस्थानों को 14 पन्नों की एक प्रेस विज्ञप्ति भेजी है. जिसमें व्हाइट हाउस ने मीडिया संस्थानों से निराधार आरोपों के साथ महाभियोग की जांच के साथ आगे बढ़ने के लिए रिपब्लिकन को जवाबदेह ठहराने का आग्रह किया गया है. व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडेन के खिलाफ लगाये गये सभी आरोप सक्रिय रूप से अस्वीकृत किए गए हैं. हालांकि, बुधवार की सुबह कैंसर अनुसंधान पर व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम के दौरान महाभियोग के बारे में जब बाइडेन से सवाल किया गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया था.
ट्रंप एकमात्र राष्ट्रपति हैं जिन पर दो बार महाभियोग चलाया गया : व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया. बता दें कि 2024 में राष्ट्पति पद की दौड़ में शामिल रिपब्लिकन फ्रंट-रनर, ट्रंप एकमात्र राष्ट्रपति हैं जिन पर दो बार महाभियोग चलाया गया है. दोनों बार वह बरी कर दिये गये. ट्रंप चार अलग-अलग मामलों में आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति हैं.
सीनेट में हुई चर्चा : सीनेट में रिपब्लिकन नेता मिच मैककोनेल ने सदन को महाभियोग चलाने की जानकारी दी. यूटा के जीओपी सीनेटर मिट रोमनी ने यह घोषणा करने के बाद कि वह 2024 में दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे, बुधवार दोपहर संवाददाताओं से कहा, मैंने किसी ऐसे आरोप के बारे में नहीं सुना है जिसकी जांच इस स्तर पर होनी चाहिए. हालांकि सीनेट रिपब्लिकन, साउथ डकोटा के जॉन थ्यून ने कहा कि सदन में सदस्यों की ओर से दी गई जानकारी के बाद उन्हें लगता है कि काफी कुछ है जो अंधेरे में है. कुछ वैध प्रश्न हैं.
जांच शुरू करने से पहले वोटिंग के समर्थन में आये रिपब्लिकन सीनेटर : रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम और अन्य सीनेटरों ने कहा कि उन्होंने सदन के अध्यक्षों से जांच को आगे बढ़ाने के लिए सदन में मतदान कराकर प्रक्रिया को मजबूत करने का आग्रह किया है. लिंडसे ग्राहम ने कहा कि मुझे लगता है कि जांच शुरू करने से पहले वोटिंग कराना बेहतर होगा. दक्षिण कैरोलिना के ग्राहम ने कहा कि इससे पूरी प्रक्रिया को अधिक वैधता मिलेगी. दूसरी ओर कट्टर-दक्षिणपंथी रिपब्लिकन अब भी चाहते हैं कि मैक्कार्थी संघीय खर्च को उस स्तर से कम करें जिस पर वह और बाइडेन इस साल की शुरुआत में एक बजट समझौते के तहत सहमत हुए थे.