Bihar Teacher : नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा आज से; निगेटिव मार्किंग नहीं मगर यह सावधानी बरतें
पटना.
शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा (प्रथम) का आयोजन बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के द्वारा ली जा रही है। यह परीक्षा 26 फरवरी से शुरू होकर 06 मार्च तक चलेगी। यह परीक्षा बिहार के 9 जिलों के कुल 52 कंप्यूटर केंद्रों पर आयोजित की गई है। परीक्षा प्रतिदिन दो पालियों में ली जायेगी। शिक्षकों के लिए कंप्यूटर केंद्र पर शिक्षकों को प्रथम पाली में सुबह 8:30 बजे से 09:30 बजे तक पहुंचना अनिवार्य है, जबकि परीक्षा 10:00 बजे 12:30 बजे तक चलेगी।
वहीं दूसरी पाली में शिक्षकों को 01:30 बजे दोपहर से 02:30 बजे तक पहुंचना अनिवार्य होगा। परीक्षा अपराह्न 3:00 बजे से शुरू होकर शाम के 05:30 बजे तक चलेगी। दिव्यांग शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए प्रथम पाली में परीक्षा का आयोजन पूर्वाह्न 10:00 बजे से 01:20 बजे तक, जबकि दूसरी पाली में परीक्षा अपराह्न 03:00 बजे से 06:20 बजे तक ली जाएगी।
स्वच्छ, शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त होगी परीक्षा
परीक्षा स्वच्छ, शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त हो इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर के द्वारा नौ जिलों के डीएम, एसपी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। इन कंप्यूटर केंद्रों पर सशत्र पुलिस बल के साथ स्टैटिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति भी की गई है।
जानिए किस समय के बाद नहीं होगी इंट्री
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर ने यह भी निर्देश दिया है कि निर्धारित समय के बाद विलम्ब से आने वाले शिक्षकों को कंप्यूटर केंद्र पर प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। निदेश के अनुसार निर्धारित समय के बाद प्रवेश द्वार को बंद कर दिया जायगा।
इन सामानों को रखें परीक्षा केंद्र से बाहर
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनन्द किशोर के निदेश के अनुसार कंप्यूटर केंद्रों पर बायोमेट्रिक माध्यम से उपस्थिति ली जाएगी। इन कंप्यूटर केंद्रों पर किसी भी पदाधिकारी, कर्मी, वीक्षक एवं अभ्यर्थी शिक्षकों को मोबाइल फ़ोन तथा किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक सामान लेकर जाने पर प्रतिबंध है।
कैसे होंगे प्रश्न
सक्षमता परीक्षा के प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे और प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होगा। निगेटिव मार्किंग नहीं होगी। परीक्षा का आयोजन Computer Based Test (CBT) के माध्यम से किया जाएगा। सक्षमता परीक्षा, 2024 (प्रथम) के लिए राज्य के स्थानीय निकाय के 2,32,190 शिक्षकों ने परीक्षा फॉर्म भरा था।