
लालगंज लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद संगीता आजाद हाथी की सवारी छोड़कर भगवाधारी हो जाएंगी!
आजमगढ़
एक तरफ से यह साफ हो गया है कि लालगंज लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद संगीता आजाद हाथी की सवारी छोड़कर भगवाधारी हो जाएंगी। इस दिशा में न सिर्फ उनके कदम आगे बढ़ चुके हैं, बल्कि यह बस घोषणा भर की बात है। माना जा रहा है कि इसी माह में जल्द वह भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर लेंगी। केंद्रीय नेतृत्व से हरी झंडी मिल चुकी है। बस उस अवसर का इंतजार है। संगीता आजाद के भगवाधारी होने से न सिर्फ लालगंज और आजमगढ़ बल्कि पूर्वांचल की पूरी राजनीति पर इसका बड़ा असर लाजिमी है।
बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं संगीता के ससुर
संगीता के ससुर गांधी आजाद यहां का माना-जाना नाम ही नहीं, बल्कि वह बसपा के संस्थापक सदस्य रहे हैं। वह राज्यसभा सदस्य रहने के अलावा बसपा के राष्ट्रीय महासचिव भी रह चुके हैं। पूर्वांचल की राजनीति में उनके परिवार को दलितों का बड़ा नेता माना जाता है।
खुद संगीता आजाद के पति अरिमर्दन आजाद लालगंज से बसपा के विधायक रह चुके हैं। संगीता के साथ-साथ उनका भी भाजपा के साथ जाना तकरीबन तय है। संगीता की सास मीरा आजाद दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। विदित हो कि संगीता आजाद हाल के कुछ समय से न सिर्फ बसपा के आयोजनों से दूर रही हैं, बल्कि प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित तमाम केंद्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं से मिल चुकी हैं।
भाजपा से करीबी
भाजपा के कार्यक्रमों में उन्हें गाहे-बगाहे देखा जाने लगा है। इतना ही नहीं, कई अवसर पर मंचों से वह भाजपा सरकार की रीतियों-नीतियों की गुणगान भी कर चुकी हैं। प्रदानमंत्री और मुख्यमंत्री किसी पार्टी नहीं बल्कि वह देश और सूबे के होते हैं। उनसे मुलाकात आजमगढ़ के विकास के मुद्दे को लेकर हुई। गरीबों, बेसहारों और जरूरतमंदों को विभिन्न योजनाओं का लाभ मिले, उनकी दशा और दिशा बदले इसे लेकर प्रयास करती रहूंगी। – संगीता आजाद, बसपा सांसद लालगंज।