अमन की मशाल थामे 2100 किमी पैदल चलकर धर्मशाला पहुंचे बौद्ध भिक्षु
धर्मशाला। विश्व मे शांति व अमन की मशाल थामे एक तिब्बती बौद्ध भिक्षु बोधगया से 2100 किमी पैदल चलकर गुरुवार को धर्मशाला पहुंचे। तकरीबन आठ महीने का यह सफर कड़ी धूप और बारिश के बीच खत्म हुआ। मैक्लोडगंज पहुंचे बौद्ध भिक्षु ने कहा कि इस पैदल सफर के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। खासकर दिन के समय तपती गर्मी में सफर करना काफी कठिन था। लेकिन उनके हौसले और जज्बे को गर्मी भी नही तोड़ सकी।
बौद्ध भिक्षु ने तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से मिलने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अगर तिब्बती धर्म गुरु दलाईलामा से उनकी मुलाकात हो जाती है तो उनका यह सफर सार्थक सिद्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सफर की शुरुआत करने की प्रेरणा भी उन्हें तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा से ही मिली है। उन्होंने कहा कि तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा पूरे विश्व मे शांति का संदेश देते है। तो उन्होंने सोचा कि क्यों न वह पैदल चलकर लोगों को शांति व अमन का संदेश दें।