राष्ट्रीय

अरुंधति रॉय के बयान पर 14 साल बाद चलेगा केस बोला था ‘कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं…

नई दिल्ली

एक बयान जो 14 साल पहले दिया गया था आज लेखिका अरुंधती रॉय के लिए परेशानी का सबब बन गया है। उनके खिलाफ UAPA की धारा के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। इस बयान की क्लिप भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं। जिस समय उन्होंने यह बयान दिया था देश में कई लोगों ने उनकी आलोचना की थी लेकिन उनके प्रशंसक भी कम नहीं। वे आज भी अपने बयान पर कायम हैं मसलन जिस मुद्दे पर उन्होंने बयान दिया था अब वो सवाल ही खत्म हो गया है।

21 अक्टूबर 2010, स्थान कोपरनिकस रोड का एलटीजी ऑडिटोरियम, यहां एक कॉन्फ्रेंस का आयोजन हुआ। इस कॉन्फ्रेंस का मुख्य विषय था 'आजादी द ओनली वे'… इस कॉन्फ्रेंस में अरुंधति रॉय और प्रोफ़ेसर शौकत हुसैन को बुलाया गया था। इस कॉन्फ्रेंस में सैयद अली शाह गिलानी भी शामिल थे। दोनों ने उस दिन जो भाषण दिया उसकी चर्चा आज तक की जा रही है। अरुंधति रॉय ने इस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि, 'कश्मीर कभी भारत का अभिन्न हिस्सा नहीं था।' उनके इस भाषण को अलगाववादी बताया गया। उस कॉन्फ्रेंस में बैठे कुछ लोगों ने उनके बयान के लिए तालियां बजाईं वहीं कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया।

उनके इस बयान पर सुशील पंडित ने आपत्ति जताते हुए एफआईआर दर्ज करवाई थी। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 153 A, 153 B, 504, 505 और UAPA की धारा 13 के तहत मुकदमा चलाने के लिए अनुमति मांगी थी। उप – राज्यपाल ने केवल आईपीसी की धारा के तहत केस दर्ज करने की अनुमति दी थी। UAPA के तहत पुलिस को मुकदमा चलाने की अनुमति नहीं मिली थी लेकिन अब UAPA के तहत अरुंधति रॉय के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति मिल गई है।

UAPA की धारा 13 :

UAPA की धारा 13 गैरकानूनी गतिविधि को उकसाने, प्रेरित करने और गलत काम को बढ़ावा देने के लिए है। इस धारा के तहत दोषी पाए जाने पर अधिकतम सात साल तक सजा हो सकती है।

अरुंधती रॉय के बारे में यह भी जानें :

अरुंधती रॉय एक्टिविस्ट और लेखिका हैं। उन्हें साल 1997 में बुकर पुरूस्कार मिल चुका है। 2023 में उन्हें उनके आर्टिकल्स के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला है। वे जानी – मानी लेखिका हैं और देश में सरकार की कटु – आलोचक के रूप में जानी जाती है।

अरुंधती रॉय का विवादित बयान :

अरुंधती रॉय के कई बयान विवादित हैं। उनके 'रंगा बिल्ला' वाले बयान पर भी खूब बवाल हुआ था। साल 2019 में उन्होंने कहा था कि, 'NPR वाले लोग आएं तो हम तो अपना नाम रंगा – बिल्ला या कुंग – फू कुत्ता बताना। आहार पता पूछें तो 7 रेसकोर्स बता देना।'

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