सीधी के आदिवासी वनांचल कुसमी में मानव तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे
सीधी
सीधी. सीधी जिले के आदिवासी वनांचल कुसमी इलाके में मानव तस्करी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. यहां बड़े शहरों की चका-चौंध का झांसा देकर लोग आदिवासी लड़कियों को बाहर ले जाते हैं. वहां पहले से ही तय प्लान के मुताबिक उनका लाखों में सौदा कर दिया जाता है. युवती को खरीदने के बाद उसके खरीददार शरीरिक प्रताड़ना शुरू कर देते हैं. ऐसे ही मामले का सीधी की कुसमी पुलिस ने पर्दाफाश किया है. पुलिस ने एक महिला और खरीददार सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपी खरीददार उत्तर प्रदेश के आगरा का निवासी है. कुसमी थाना प्रभारी भूपेश बैस ने बताया कि मामलें में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एक आरोपी सुरेंद्र को छत्तीसगढ़ से, दूसरे आरोपी धर्मराज सिंह को सूरत से, सीता देवी उर्फ मुन्नीबाई और रणवीर सिंह को उत्तर प्रदेश के आगरा से पकड़ा है. रणवीर ही इस कांड का मुख्य आरोपी है. चारों आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर हैं. वे पकड़े न जाएं इसलिए लगातार लोकेशन बदलते हैं. इन आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हो चुके हैं. इसमें शामिल महिला सीता फिल्मी स्टाइल में काम करती है.
आरोपी महिला पहले भी ये काम करती रही है
एसपी डॉ. रविंद्र वर्मा ने बताया कि इस गैंग में शामिल महिला तस्कर का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी है. वह इससे पहले भी यहां से लड़कियों को ले जाकर उत्तर प्रदेश में बेचती थी. मुख्य आरोपी और लड़की के खरीददार रणवीर के खिलाफ दुष्कर्म का मामला भी पंजीबद्ध किया है. बताया गया है कि आरोपी ने पहले लड़की खरीदी. उसके बाद मंदिर में शादी कर युवती का रेप किया. पुलिस ने बताया कि इस तरह की कई शिकायतें सीधी जिले से मिल चुकी हैं. इन शिकायतों को लेकर पुलिस अलर्ट पर है.