अन्य राज्यबिहार

सीईओ ने दिए निर्देश, दूसरे चरण में वोटिंग बढ़ाने की कवायद तेज, बूथों पर होंगे ये इंतजाम

पटना
बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एचआर श्रीनिवास ने पहले चरण के चुनाव क्षेत्रों के जिलों नवादा शेखपुरा व जमुई को छोड़कर शेष सभी छह चरणों के होने वाले चुनाव क्षेत्रों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक एवं पुलिस महानिरीक्षक के साथ बैठक की। करीब दो घंटे तक चली बैठक में आगामी चरणों के चुनाव एवं मतदान की तैयारियों की समीक्षा की गयी। इस बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया।

बिहार में जारी प्रचंड गर्मी को देखते हुए बिहार के सीईओ एचआर श्रीनिवास ने सभी जिलों के डीएम को सभी बूथों पर पेयजल की सुविधा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने एवं धूप से बचाव को लेकर शामियाना लगाने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही, दिव्यांगजनों व 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं से नियमानुसार पोस्टल बैलेट से वोट देने की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मतदाताओं की सहायता के लिए हरेक बूथ पर व्यवस्था करने को कहा। पुलिस प्रशासन की ओर से एरिया डोमिनेशन एवं सुरक्षा की सख्त व्यवस्था उपलब्ध कराने की तैयारियों की भी समीक्षा की गयी।

इस बैठक में सीईओ, बिहार के अतिरिक्त स्टेट पुलिस नोडल ऑफिसर सह अपर पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आनंद शर्मा व आलोक रंजन घोष, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी व संजय कुमार मिश्र, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी माधव कुमार एवं अन्य अधिकारी शामिल थे।

बिहार के सीईओ एचआर श्रीनिवास ने जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि सभी राजनीतिक दलों को अंतिम रूप से गठित बूथों की रिपोर्ट सौंपे। साथ ही, इसकी जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक, निर्वाचन पदाधिकारी, सहायक निर्वाचन पदाधिकारी को भी दें। लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए कई स्तर पर कार्रवाई शुरू की गई है। चुनाव में भय के माहौल बनने से भी मतदान प्रतिशत प्रभावित होता है। इसको लेकर आयोग की ओर से हिदायत जारी की गई है। इसमें पुलिस को निरोधात्मक कार्रवाई के नाम पर आमलोगों में भय का माहौल पैदा नहीं करने को कहा गया है।

चुनाव को लेकर होने वाले एरिया डोमिनेशन के दौरान पुलिस आमलोगों पर लाठी नहीं उठाएगी। इसमें आमलोगों के प्रति नरमी बरतने का निर्देश है। 107, 110, 116 आदि निरोधात्मक कार्रवाई के दौरान पूरी छानबीन करने और जिसकी क्राइम हिस्ट्री नहीं है उसपर नोटिस जारी नहीं करने का निर्देश है। यदि बेवजह किसी व्यक्ति को परेशान करने के लिए 107 की कार्रवाई की जाती है तो शिकायत मिलने पर दोषी पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।  पिछले चुनावों में गश्त पर निकलने वाले सुरक्षा बलों के जवान चौक-चौराहों पर आमलोगों पर भी लाठी फटकारते रहे हैं। जिले में चुनाव में बॉन्ड भरने को 50 से 60 हजार लोगों पर 107 के तहत दंडात्मक कार्रवाई की जाती है। जिनकी कोई क्राइम हिस्ट्री नहीं, उनपर भी 107 के तहत कार्रवाई की जाती रही है। इस साल निर्देश दिया गया है कि जिनकी क्राइम हिस्ट्री नहीं है उनके खिलाफ 107 की नोटिस जारी करने से पहले थानेदार पूरी छानबीन कर लें। मतदान के दिन बूथ के आसपास भीड़ दिखने पर काफी दूर-दूर तक लोगों को खदेड़कर भगाया जाता रहा है। इसमें अक्सर पुलिस जवान लाठी भांजते रहे हैं। इस तरह की कार्रवाई से आमलोगों में चुनाव को लेकर भय का माहौन उत्पन्न हो जाता है।

दिव्यांगों को व्हील चेयर मिलेगा
इस बार पुलिस को भी निर्देश दिया गया है कि इलाके में ऐसे व्यक्ति जो दिव्यांगता के कारण मतदान करने नहीं पहुंचेंगे, उनको व्हीलचेयर मुहैया कराने के लिए जरूरी कार्रवाई करें। इलाके में पुलिस सेक्टर अधिकारी लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करें। वैसे बुजुर्ग मतदाता जो बूथ तक नहीं जा सकते हैं, उन्हें बताएं कि उनका पोस्टल बैलेट उनके घर तक पहुंच सकता है। इसके लिए उन्हें जागरूक कर आवेदन करवाया जाएगा।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button