
श्रावण मास की व्यवस्था में बदलाव, श्रद्धालुओ को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ेगा, नंदी द्वार के सामने रहेगी पार्किंग
उज्जैन
विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में श्रावण मास की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। मंदिर प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए माकूल प्रबंध किए हैं। जो इंतजाम दिखाई दे रहे हैं, उसके अनुसार भक्तों को भगवान महाकाल के दर्शन (Ujjain Mahakal Darshan) के लिए लंबा पैदल नहीं चलना पड़ेगा। दूरदराज से आने वाले दर्शनार्थी प्रवेश द्वार के सामने ही वाहन पार्क कर सकेंगे। सामान्य, शीघ्र दर्शन, वीआइपी और कावड़ यात्री के लिए अलग-अलग द्वार से मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था रहेगी। पेयजल, जूता स्टैंड, अन्नक्षेत्र में महाप्रसादी की व्यवस्था बिल्कुल नि:शुल्क की गई है।
प्रत्येक सोमवार को फलाहारी महाप्रसादी
श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार के दिन मंदिर समिति भगवान महाकाल के भक्तों को महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र में नि:शुल्क फलाहारी महाप्रसादी कराएगी। श्रद्धालुओं को शुद्ध देशी घी से बना राजगीरा का हलवा, केसरिया खीर, ड्रायफ्रूट खिचड़ी तथा मालवा की प्रसिद्ध आमठी परोसी जाएगी। सप्ताह के शेष दिन भक्तों को भोजन कराया जाएगा।
हर प्रवेश द्वार के पास नि:शुल्क जूता स्टैंड
मंदिर प्रशासन ने पांच स्थानों पर जूता स्टैंड स्थापित किए हैं। दर्शनार्थी किसी भी दिशा से मंदिर पहुंचे उन्हें हर प्रवेश द्वार के पास नि:शुल्क जूता स्टैंड की सुविधा मिलेगी। सामान्य दर्शनार्थियों के लिए त्रिवेणी संग्रहालय, श्री महाकाल महालोक प्लाजा मानसरोवर भवन के पास जूता स्टैंड रहेगा।
इसके अलावा बड़ा गणेश, विक्रमटीला, हरसिद्धि चौराहा तथा महाकाल मंदिर के प्रशासनिक कार्यालय के समीप भी जूता स्टैंड बनाया गया है।छह स्थानों पर वाहन पार्किंगश्रावण मास में भगवान महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल नहीं चलना पड़ेगा।