
झारखंड में छठ का मातम: खुशियों के पर्व पर छा गया सन्नाटा, कई परिवार बिछुड़े अपनों से
रांची
झारखंड में छठ के पर्व ने कई घरों की खुशियां छीन ली है। इस दौरान कई लोगों ने अपनों को खो दिया। कई लोग अपने बच्चे भी गंवा बैठे हैं। वहीं, बीते दो दिनों में राज्य के सात जिलों में 2 व्रती महिलाओं समेत कुल 27 लोगों की डूबने से मौत हो गई। कई अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
कई लोगों की मौत…कई अभी भी लापता
हजारीबाग जिले के केरेडारी निवासी पम्मी देवी (26) की अर्घ्य स्नान के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई। वे अपने मायके बेंगवरी आई थीं। वहीं, कोडरमा जिले के चिकलावर गांव में शाम के अर्घ्य के समय व्रती उमेश यादव (40) की कुंडा आहर में डूबने से जान चली गई। रांची में मधुकम तालाब में डूबने से सचिन चौरसिया (21) की मौत हो गई। हजारीबाग और कोडरमा जिलों में 2 छठ व्रती समेत कुल 9 लोगों की मौत हो गई। गिरिडीह पचंबा थाना क्षेत्र के लोपिट्टी लाछो अहरी में आयुष कुमार (12) की मौत। धनवार थाना क्षेत्र में तीन हादसे- जरीसिंघा के राजेश ठाकुर (28), घोषणडीह के धीरज साव (18) और चितरडीह घाट पर नंदलाल साव (42) की डूबने से मौत हो गई।
जमुआ प्रखंड के प्रांचीडीह गांव में अंशु कुमारी (14) की मौत। भरकट्टा ओपी क्षेत्र के पिपराडीह गांव में दीपक तुरी (7) नदी में डूबने से मौत। हीरोडीह में दिलीप राय (45) भी मौत। कोडरमा के मरचोई गांव में लव कुमार (16), गढ़वा में राहुल (13) और पलामू के हुसैनाबाद में अंकुश पासवान (22), बरहु उर्फ आदर्श चंद्रवंशी (22) और रजनीश (23) की सोन नदी में डूबने से मौत। जमशेदपुर में चांडिल के स्वर्णरेखा नदी घाट पर संजय यादव (45), उनके बेटे प्रतीक यादव (19) और भांजे आर्यन यादव (12) की डूबने से मौत हो गई।




