कांगड़ा के विकास के लिए मोमबत्ती की रोशनी में भी करूंगा बैठक: मुख्यमंत्री
रात आठ बजे विद्युत आपूर्ति बाधित होंने के बावजूद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ मिनी सचिवालय में करते रहे बैठक
टीम एक्शन इंडिया/कांगड़ा/विजय समयाल
व्यवस्था परिवर्तन के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही सुक्खू सरकार की नई सोच कांगड़ा प्रवास के दौरान भी देखने को मिली। कांगड़ा जिला के प्रवास के दूसरे दिन चली समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कुछ प्रस्तावित परियोजना स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने नरवाणा में बायो-डाइवर्सिटी पार्क का देर शाम निरीक्षण करने के बाद अधिकारियों के साथ मिनी सचिवालय धर्मशाला में बैठक निर्धारित की।
अधिकारियों ने उन्हें अवगत करवाया कि तकनीकी खराबी के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित है और इसे बहाल करने में समय लग सकता है। जिस पर ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जिला कांगड़ा के विकास के लिए मोमबत्ती की रोशनी में भी बैठक करनी पड़े तो अवश्य करूंगा। नरवाणा बायो-डाइवर्सिटी पार्क का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री रात करीब आठ बजे मिनी सचिवालय धर्मशाला पहुंचे और विभिन्न परियोजनाओं के संबंध में वन विभाग तथा पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। लगभग डेढ़ घंटे चली इस बैठक में उन्होंने एशियन डवलेपमेंट बैंक एडीबी से वित्त पोषित विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं की जानकारी मांगी और कहा कि इन सभी परियोजनाओं को कार्यान्वित करनें के लिए सरकार उचित निर्णय लेगी।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह विकास कार्यों के प्रति अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाएं तथा जनता की सुविधा तथा राज्य के हितों को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। विकास योजनाओं में तेजी लाएं और उनका लाभ आम लोगों तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पांच जून को शिमला में दोबारा इस विषय पर समीक्षा बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि वह सत्ता सुख के लिए नहीं आए हैं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। सरकार हर विभाग के कार्य में गुणवत्ता सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है, ताकि प्रदेश के आम लोगों को समुचित लाभ मिल सके। बैठक में कृषि मंत्री चंद्र कुमार, हिमाचल प्रदेश पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष आर एस बाली, विधायक सुधीर शर्मा,सहित आदि उपस्थित रहे।